लेखपाल के पास 100 करोड़ की संपत्ति होना सरकार की असली तस्वीर : अखिलेश

Akhilesh Yadav on SIR issue,SIR controversy UP West Bengal,BJP government criticism,Voting rights and Constitution debate,SP vs BJP political row,Election Commission pressure allegation

कहा- यूपी में सबसे ज्यादा अन्याय – उत्पीड़न – भ्रष्टाचार और महिलाएं असुरक्षित

लोहिया की पुण्यतिथि पर सपा प्रमुख ने दी श्रद्धांजलि

लखनऊ। समाजवाद के प्रणेता राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को लोहिया पार्क पहुंचकर सपा प्रमुख ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।इसके बाद लोहिया पार्क में आयोजित प्रेस कॉन्फरेंस में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महिलाओं की सुरक्षा में कथित विफलता के लिए भाजपा सरकार पर निशाना साधा।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के आधार पर अखिलेश यादव ने भाजपा पर सवाल उठाए। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि सरकार के लोग सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलते हैं। नौ साल की सरकार में शिक्षा से लेकर विकास तक हर क्षेत्र में लूट और बेईमानी है । एक लेखपाल के पास 100 करोड़ की संपत्ति होना इस सरकार की असल तस्वीर दिखाता है। हजारों शिकायतें थानों में पहुंचती हैं लेकिन एफआईआर नहीं लिखी जाती है लोग परेशान घूम रहे है लेकिन सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

यह भी पढ़ें : राजनीति में वंशवाद के विरोधी व रामायण मेला के जनक डॉ. राम मनोहर लोहिया की आज जयंती

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा द्वारा प्रस्तुत किए गए एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, महिलाएं बड़े पैमाने पर असुरक्षित हैं। भाजपा अपनी विफलता छिपाना चाहती है। अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर विभाग में भ्रष्टाचार है। उन्होंने रायबेरली की घटना का जिक्र भी किया उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा- मौजूदा सरकार में दलितों पर अत्याचार के मामले सबसे अधिक हैं। हाल ही में वाल्मीकि समाज के बेटे की हत्या कर दी गई, लेकिन सरकार चुप है। भाजपा के जीरो टॉलरेंस के दावे झूठे हैं। असल में यह जीरो काम वाली सरकार है ।

कानून-व्यवस्था संभालने वाली पुलिस को सत्तारूढ़ दल के नेताओं के राजनीतिक हित साधने में लगा दिया गया है। झूठे मुकदमे, मनमर्जी की कार्रवाई और निर्दोषों पर दबाव यही इस सरकार का कामकाज बन गया है। अखिलेश ने कहा कि सरकार आरक्षण छीन रही है, बाजार को विदेशी कंपनियों के हवाले कर रही है, और मुंह से स्वदेशी की बात करती है लेकिन मन से विदेशी है। पूरा इलेक्ट्रॉनिक बाजार चीन के हाथ में जा चुका है, फिर भी भाजपा ‘स्वदेशी’ का नारा देती है। व्यापारियों से मुनाफा कमाने दो, फिर उन्हीं से चंदा लो यही भाजपा का नया राष्ट्रवाद है।

घुसपैठियों को लेकर दिए शाह के बयान पर सियासत तेज
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घुसपैठियों को लेकर दिए गए बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तुलना परोक्ष रूप से घुसपैठियों से की। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास झूठे आंकड़े हैं। यूपी में भी घुसपैठिए हैं। मुख्यमंत्री खुद उतराखंड से हैं। उन्हें वहीं भेजा जाना चाहिए।

अखिलेश यादव का ये बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अखिलेश ने कहा, भाजपा के पास सब फर्जी आंकड़े हैं। अगर भारतीय जनता पार्टी के आंकड़े मानोगे तो डूब जाओगे। जो लोग पलायन के आंकड़े दे रहे हैं, हमारे यहां यूपी में भी घुसपैठिए हैं। मुख्यमंत्री उत्तराखंड से हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें उत्तराखंड भेजा जाए। वह अकेले घुसपैठिए नहीं हैं, बल्कि विचारधारा के लिहाज से भी घुसपैठिए हैं। वह भाजपा के सदस्य नहीं थे, बल्कि किसी और पार्टी के सदस्य थे।

तो, इन घुसपैठियों को कब हटाया जाएगा? दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में यह दावा किया था कि कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों को वोट बैंक की तरह मानते हैं। उन्होंने सवाल उठाया था कि गुजरात और राजस्थान की सीमाओं पर घुसपैठ क्यों नहीं होती। शाह ने यह टिप्पणी शुक्रवार को घुसपैठ, जनसांख्यिकीय परिवर्तन और लोकतंत्र विषय पर एक व्याख्यान देते हुए की ।

यह भी पढ़ें : एनडीए में बनी सहमति : बिहार में 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा-जदयू

Related posts