भारतीय रक्षा विनिर्माण से भारत – मोरक्को रक्षा सहयोग में नए अध्याय की शुरुआत होगी
नई दिल्ली। भारत ने विदेशी धरती पर पहली रक्षा विनिर्माण सुविधा स्थापित कर ली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मोरक्को के समकक्ष अब्देलतीफ लौदियी के साथ संयुक्त रूप से कैसाब्लांका में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की नई विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन किया। मोरक्को में पहला भारतीय रक्षा विनिर्माण उद्यम होने के नाते इससे भारत-मोरक्को रक्षा सहयोग में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी।
मोरक्को के बेरेचिड में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स मोरक्को की नई विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और मोरक्को सदियों से समुद्री व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और परस्पर सम्मान की कड़ियों से महत्वपूर्ण रक्षा क्षेत्र भी शामिल हो जुड़े रहे हैं ।पिछले कुछ वर्षों में हमारे संबंध बहुआयामी साझेदारी के रूप में विकसित हुए हैं, जो आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग तथा शांति और स्थिरता के सिद्धांतों पर आधारित है।
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हाल के वर्षों में हम दोनों देशों ने कई ऐसे क्षेत्रों की तलाश की है, जहां आपसी सहयोग से हमें बेहतरीन परिणाम मिले हैं। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा, उर्वरक, सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर पर्यटन और अब एक बहुत ही गया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज जब हम भारत के अग्रणी निजी रक्षा क्षेत्र के उद्यम की स्थापना मोरक्को की धरती पर कर रहे हैं, तो आज का दिन हमारे साझा संकल्प को और मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस सहयोग के आर्थिक फायदे उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने इसके तकनीकी फायदे |
इस संयंत्र से अनेक सीधे और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे मोरक्को के इंजीनियरों, तकनीशियनों और कुशल श्रमिकों को अवसर मिलेंगे। यह प्लांट आपूर्तिकर्ताओं और छोटे व्यवसायों का स्थानीय इकोसिस्टम भी विकसित करेगा, नवाचार को बढ़ावा देगा और कैसाब्लांका क्षेत्र तथा इसके आसपास के क्षेत्र में विकास की लहर पैदा करेगा । रक्षा मंत्री ने कहा कि यह मोरक्को के साथ केवल निर्यात- आयात का लेन-देन नहीं है, बल्कि यह एक वास्तविक साझेदारी है, जो मोरक्को में क्षमता निर्माण और साझा विकास के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा ।
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की रक्षा विनिर्माण सुविधा की स्थापना वास्तव में एक ऐतिहासिक क्षण है। यह उन प्रारंभिक विदेशी रक्षा विनिर्माण संयंत्रों में से एक है, जिसे किसी भारतीय कंपनी ने स्थापित किया है। यह केवल टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक उल्लेखनीय कदम है।
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