नई दिल्ली/मॉस्को । ‘गाइडेड’ मिसाइल वाले रूस निर्मित युद्धपोत आईएनएस तमाल को रूसी शहर कलिनिनग्राद में भारतीय नौसेना के वेड़े में शामिल किया गया । यह युद्धपोत निगरानी प्रणालियों और ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों से लैस है। युद्धपोत 125 मीटर लंबा और 3,900 टन वजन का है। उसमें भारतीय और रूसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों एवं युद्धपोत निर्माण की सर्वोत्तम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। आईएनएस तमाल पिछले दो दशकों में रूस से शामिल किया जाने वाला आठवां क्रिवाक श्रेणी का युद्धपोत है।
अधिकारियों ने वताया, इस युद्ध पोत का निर्माण कलिनिनग्राद के यंतर शिपयार्ड में किया गया है और यह ऐसा नवीनतम युद्धपोत है जिसे विदेश से हासिल कर वेड़े में शामिल किया गया है। आईएनएस तमाल तुशील श्रेणी का दूसरा जहाज है, जो अपने पूर्ववर्ती तलवार और तेग श्रेणी के उन्नत संस्करण है । तुषिल श्रेणी के लिए व्यापक अनुबंध के हिस्से के रूप में भारत, रूसी पक्ष से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और डिजाइन सहायता के साथ गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में आईएनएस त्रिपुट श्रेणी नामक दो समान जंगी जहाजों का निर्माण भी कर रहा है।
तमाल के निर्माण की निगरानी कैलिनिनग्राद में तैनात युद्धपोत निगरानी दल के विशेषज्ञों की एक भारतीय टीम द्वारा की गई। इस अवसर पर वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने तमाल के जलावतरण को भारत की समुद्री रक्षा क्षमताओं में एक ‘महत्वपूर्ण मील का पत्थर’ वताया।
उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि यह युद्धपोत राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । नौसेना मुख्यालय में, इस परियोजना का संचालन युद्ध पोत उत्पादन और अधिग्रहण नियंत्रक के अंतर्गत जहाज उत्पादन निदेशालय द्वारा किया गया।
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