कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान ने रविवार रात तक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, आज रात 8:00 बजे तक पूरे राज्य में 5.15 करोड़ से अधिक एन्यूमरेशन फॉर्म घर-घर जाकर वितरित किए जा चुके हैं।
यह आंकड़ा शनिवार रात तक के 4.17 करोड़ वितरण से लगभग 98 लाख फॉर्म की वृद्धि दर्शाता है, जो अभियान की रफ्तार और बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) के सक्रिय प्रयासों का स्पष्ट संकेत है।राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों में तैनात लगभग 80 हजार 681 बीएलओ मतदाताओं के घरों तक पहुंचकर दो प्रतियों वाले फॉर्म वितरित कर रहे हैं — जिनमें से एक प्रति मतदाता के पास सुरक्षित रखी जाती है और दूसरी निर्वाचन अभिलेख हेतु जमा की जाती है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में वितरण की गति में उल्लेखनीय उछाल दर्ज किया गया है। लगातार पांचवें दिन अभियान ने अपेक्षाओं से अधिक प्रगति की है। आयोग ने इसे बीएलओ नेटवर्क की सक्रियता, प्रशासनिक समन्वय और मतदाताओं के सहयोग का परिणाम बताया है।अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2002 के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल में इस स्तर पर मतदाता सूची का व्यापक पुनरीक्षण किया जा रहा है। करीब 23 वर्षों बाद चल रहे इस गहन अभियान में प्रत्येक विवरण की जांच और सत्यापन के साथ मतदाता सूची को पूरी तरह अद्यतन व त्रुटि-मुक्त बनाने का प्रयास हो रहा है।
हालांकि कुछ जिलों से बीएलओ और राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमलों की छिटपुट घटनाएं भी सामने आई हैं। आयोग ने इन घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए संबंधित जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है और स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की हिंसा या बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सूत्रों के मुताबिक, अभियान के पहले चरण में लक्ष्य समय पर पूरा करने के लिए अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की तैनाती की जा रही है। एसआईआर अभियान 09 दिसम्बर तक चलेगा, जिसके बाद सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण कर अंतिम मतदाता सूची जनवरी 2026 में प्रकाशित की जाएगी।
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