राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खीझ : मियामी में 2026 के जी20 शिखर सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका को आमंत्रित नहीं किया जाएगा

Trump G20 Summit 2026, South Africa invitation denied, Miami G20 2026 news, Donald Trump foreign policy, US South Africa relations, national security immigration, G20 presidency United States, South Africa membership issue, White House security incident, global diplomacy news

न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को अगले वर्ष फ्लोरिडा में उनके देश की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका कहीं भी सदस्यता के लिए योग्य नहीं है। अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका से जी- 20 की अध्यक्षता ग्रहण की है और वह एक दिसंबर, 2025 से 30 नवंबर, 2026 तक इस समूह का नेतृत्व करेगा।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच टुरूथ सोशल पर लिखा, अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका में जी- 20 में भाग नहीं लिया क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी सरकार अफ्रीकी लोगों और पुर्तगाली, फ्रांसीसी तथा जर्मन प्रवासियों के वंशजों द्वारा झेले गए भयावह मानवाधिकार हनन को स्वीकार करने या उस पर ध्यान देने से इनकार करती है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने दुनिया को दिखा दिया है कि वे इस योग्य नहीं हैं कि उन्हें कहीं भी सदस्यता दी जाए और हम तुरंत प्रभाव से उन्हें दिए जाने वाले सभी भुगतान और रियायत बंद कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र बदल रहा, युवा और जेन जी के लिए नए अवसर खोल रहा : प्रधानमंत्री

ट्रंप ने कहा, दक्षिण अफ्रीका ने शिखर सम्मेलन के समाप्त होने पर जी-20 की अध्यक्षता हमारे अमेरिकी दूतावास के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि को सौंपने से इनकार कर दिया था। इसलिए मेरे निर्देश पर दक्षिण अफ्रीका को 2026 जी -20 के लिए निमंत्रण नहीं मिलेगा, जिसकी मेजबानी अगले साल फ्लोरिडा के बड़े शहर मियामी में की जाएगी। दक्षिण अफ्रीका ने एक दिसंबर 2024 को जी20 की साल भर की अध्यक्षता संभाली थी। उसने 22 से 23 नवंबर तक जोहानिसबर्ग में इस समूह के नेताओं की मेजबानी की थी। पहली बार जी20 शिखर सम्मेलन अफ्रीका में आयोजित किया गया था।

कमजोर प्रवासन नीतियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतराः ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बुधवार को व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड के दो कर्मियों पर हुआ जघन्य हमला यह साबित करता है कि कमजोर प्रवासन नीतियां हमारे राष्ट्र के समक्ष सबसे बड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा हैं। ट्रंप ने कहा कि कोई भी देश अपनी अस्तित्व के लिए ऐसे खतरे को बर्दाश्त नहीं कर सकता। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में ट्रंप ने यह बात कही। ट्रंप की यह टिप्पणी इस बात को रेखांकित करती है कि वह देश की आव्रजन प्रणाली में बदलाव लाने और यहां पहले से मौजूद प्रवासियों की जांच-पड़ताल को और सख्त करने का इरादा रखते हैं।

यह भी पढ़ें : 8000 फीट की ऊंचाई पर बसा है वीरान शहर माचू पिच्चू, जाने कैसे है यह एतिहासिक स्थल

Related posts