मप्र में कफ सीरप से बच्चों की मौत की संख्या 23 तक पहुंची, गिरफ्तार फार्मा कंपनी मालिक को चेन्नई से छिंदवाड़ा लेकर पहुंची एसआईटी

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छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के कारण किडनी संक्रमण से अब तक 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सीरप बनाने वाली तमिलनाडु की कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल के संचालक (मालिक) जी. रंगनाथन को मप्र की विशेष जांच टीम (एसआईटी) चेन्नई से ट्रांजिट रिमांड पर छिंदवाड़ा लेकर आई है। शुक्रवार को उसे यहां परासिया के कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। स्थानीय पुलिस कोर्ट परिसर के आसपास व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं।

दरअसल, मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से बीते एक माह से लगातार बच्चों की मौत हो रही है। गुरुवार दोपहर में एक और बच्चे की मौत हुई है। छिंदवाड़ा के मोरडोगरी परासिया निवासी गर्विक (1 वर्ष) पुत्र बाबू पवार ने नागपुर के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके बाद प्रदेश में कफ सिरप के सेवन से मरने वाले बच्चों की कुल संख्या 23 हो गई है।

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बच्चों की मौत के बाद कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा के मालिक गोविंदन रंगनाथन के खिलाफ परासिया थाने में 05 अक्टूबर को एफआइआर दर्ज की गई थी और मामले की जांच के लिए मप्र सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की टीम बुधवार को चेन्नई पहुंची और रात में रंगनाथन को गिरफ्तार किया था। एसआईटी ने गुरुवार को रंगनाथन को स्थानीय कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड की मांग की।

कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद गुरुवार रात एसआईटी की टीम चेन्नई से रंगनाथन को फ्लाइट से लेकर हुई और शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे नागपुर पहुंची। इसके बाद रंगनाथन को नागपुर से छिंदवाड़ा लाया गया है। सुबह करीब 10 बजे टीम रंगनाथन को लेकर छिंदवाड़ा पहुंची और यहां से सीधे परासिया कोर्ट के लिए रवाना हो गई है।

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