शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभ्यारण्य में एआर-वीआर डोम से मिलेगा जंगल का वर्चुअल अनुभव : जयवीर सिंह

लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय महत्व रखने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभ्यारण्य, उन्नाव में पर्यटकों के लिए आधुनिक एआर-वीआर डोम का रोमांचक अनुभव जल्द उपलब्ध होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड द्वारा अभ्यारण्य में लगभग 2.81 करोड़ रुपये की लागत से नई पर्यटन सुविधाओं के तेजी से विकास का कार्य कराया जा रहा है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक यह राज्य का पहला ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन होगा, जहां आगंतुक जंगल का वर्चुअल अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।

लखनऊ से लगभग 43 किलोमीटर दूर कानपुर हाईवे पर स्थित यह अभ्यारण्य एक प्रमुख रामसर साइट है। शांत और हरियाली से भरे प्राकृतिक वातावरण के कारण यह स्थान पक्षी प्रेमियों, फोटो वाइल्डलाइफ उत्साहियों और सप्ताहांत पर्यटन के इच्छुक पर्यटकों का पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। सर्दियों के मौसम में यहां स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की भारी आमद इसे और आकर्षक बनाती है।

पर्यटन बोर्ड द्वारा विकसित की जा रही सुविधाओं में रिसेप्शन एवं टिकट वेटिंग एरिया, टिकट काउंटर, फूड व ओडीओपी कियोस्क, लैंडस्केपिंग, साइट डेवलपमेंट, पौधरोपण, साइनेज और बाहरी प्रकाश व्यवस्था जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार एआर-वीआर डोम इस परियोजना का सबसे आकर्षक हिस्सा है। इस उन्नत तकनीक की मदद से जंगल के किसी भी समय—अलसुबह, शाम या रात—का दृश्य बिल्कुल जीवंत रूप में दिखाया जा सकेगा। डोम के भीतर बैठकर पर्यटक चारों दिशाओं, यहां तक कि ऊपर और नीचे तक के दृश्य को अनुभव कर सकेंगे।

पर्यटन विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बोर्ड लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए विशेष क्यूरेटेड टूर भी आयोजित कर रहा है, जिसके लिए इज़ माय ट्रिप के साथ एमओयू किया गया है। मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्राकृतिक विविधताओं से समृद्ध है और सरकार का लक्ष्य है कि यहां आने वाला प्रत्येक पर्यटक “अद्वितीय और यादगार अनुभव लेकर लौटे।”

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