उत्तरकाशी में जल प्रलय : बादल फटने से चार की मौत, नौ सेना के जवान समेत 60 से अधिक लापता

संचार सेवाएं ठप, गंगोत्री हाईवे पर मलबा आने से यातायात ठप, आर्मी कैंप में मलबा घुसने से नुकसान

उत्तरकाशी । जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 80 किमी दूर धराली के पास मंगलवार को खीर गंगा में वादल फटने से भारी तवाही मच गई। यहां गंगोत्री हाईवे से लगा धराली वाजार पूरी तरह मलवे में दफन हो गया। दर्जनों होटल, होम स्टे और रेस्टोरेंट मलवे की भेंट चढ़ गए। चार लोग लापता बताए जा रहे है। हालांकि, वादल फटने की घटना में भारी जनहानि की आशंका जताई जा रही है।

घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आईआरएस सिस्टम को सक्रिय किया। सेना एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, एम्बुलेंस 108, चिकित्सा दल एवं जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखते हुए तत्काल राहत औरवचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए है। साथ ही राहत एवं बचाव कार्य को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए। राहत शिविर में भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही एम्बुलेंस, 108 व डॉक्टर की टीम यथा समय मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए।

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साथ ही हर्षिल एवं झाला स्वास्थ्य केंद्र में वैड, ऑक्सीजन, दवाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही जिला अस्पताल में डॉक्टर को अलर्ट पर रहने केनिर्देश दिए। जनपद में लगातार हो रही तेज वर्षा से नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी के तटवर्ती क्षेत्रो में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने एवं पुलिस प्रशासन को लोगो को सचेत करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर सुचारु करने के निर्देश वीआरओ को दिए। मौके पर सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस समेत तमाम एजेसियों राहत एवं वचाव कार्य में जुटी है। क्षेत्र में संचार सेवा वाधित होने के कारण नुकसान की सही जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। डीएम और एसपी समेत तमाम बड़े जिला स्तरीय अधिकारी मौके पर नुकसान का जायजा लेने रवाना हो गए। खीर गंगा में आए सैलाव के कारण धराली में गंगोत्री हाईवे का करीव 100 मीटर हिस्सा भी तवाह हो गया, जिस कारण हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप पड़ गया है।

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यहां झाला, हर्षिल और धराली आदि जगहों पर जगह-जगह मलवा आने से हाईवे आवाजाही के लिए वंद पड़ा है। जिस कारण गंगोत्री धाम की यात्रा भी पूरी तरह से ठप पड़ी है। हाईवे पर मलवे में कई गाड़ियां भी देवी है। इसके अलावा विजली, पानी आदि सुविधाएं भी ठप पड़ गई है। जानकारी के अनुसार, धराली के नजदीक श्रीकंठ पर्वत से निकलने वाली खीर गंगा में ऊपरी क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर करीव डेढ़ वजे वादल फटा। वादल फटने से खीर गंगा में आए सैलाव ने धराली वाजार को पलभर में मिट्टी में मिला दिया। पड़ोसी गांव मुखवा के ग्रामीणों ने खीर गंगा में आए सैलाव को प्रत्यक्ष तौर पर देखा और इसकी वीडियो भी वनाई।

ग्रामीणों ने नीचे वसे धराली कस्वे वासियों को सीटियों और आवाजें देकर वहां से भागने के लिए सचेत भी किया, लेकिन लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। डेढ़ बजे से लेकर करीव तीन वजे तक खीर गंगा का मलवा वहता रहा । अव खीर गंगा सामान्य रूप से वह रही है । करीव पांच मिनट तक आए सैलाव में धराली पूरी तरह नक्शे से साफ हो गया । क्षेत्र में लगातार वारिश के कारण वादल फटने की घटना का खतरा वना हुआ है। लोगों को अलर्ट मोड पर रहने की अपील की गई है।

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