काबुल / इस्लामाबाद। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। 11 से 12 अक्टूबर की रात दोनों देशों की सीमा पर भारी गोलीबारी और ड्रोन हमलों में कई सैनिक मारे गए। यह तब हुआ जब तालिबान सरकार के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं। उन्होंने दिल्ली में कहा
‘अगर शांति प्रयास असफल हुए तो अफगानिस्तान के पास और भी रास्ते हैं।’ तनाव की शुरुआत 10 अक्टूबर को काबुल और पक्तिका में हुई एयरस्ट्राइक से हुई, जिसका आरोप अफगानिस्तान ने पाक पर लगाया।
शनिवार देर रात अफगान सेना ने पाकिस्तानी पोस्टों पर जवाबी हमला किया काबुल का दावा है कि उसने 20 पाक चौकियां तबाह कीं, 58 पाक सैनिक मारे और कई हथियार कब्जे में लिए। अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा- यह हमारी संप्रभुता के उल्लंघन का जवाब था, अगर दुबारा हमला तो और सख्त कार्रवाई होगी।’ पाक सेना ने दावा किया कि तालिबान और टीटीपी लड़ाकों ने पहले हमला किया, जिसमें 23 पाक सैनिक मारे गए और 29 घायल हुए।
टीटीपी के ठिकाने तबाह किए पाक
पाकिस्तान के गृह मंत्री नकवी ने कहा अफगान से तालिबान और टीटीपी के आतंकियों के हमले हो रहे हैं। हाल ही में औरकजई में हमले में मेजर सहित 13 सैनिक मारे गए। टीटीपी को अफगान सरकार शरण दे रही है। 11 अक्टूबर की रात पाक सेना ने ‘प्रिंसीजन स्ट्राइक्स कर तालिबान के ठिकाने नष्ट किए।
आईएस को पनाह दे रहा पाक
अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने काबुल और पक्तिका में हवाई हमले कर देश की संप्रभुता का उल्लंघन किया। यह कार्रवाई आईएसआईएस के के ठिकानों के नाम पर हुई, पर वास्तव में निर्दोष नागरिक मारे गए। पाकिस्तान में पाक एयरस्ट्राइक; 3 नागरिकों की मौत, 7 अपने यहां आईएस आतंकियों को पनाह दे रहा है, ‘अंतरराष्ट्रीय हमलों की साजिश रचते हैं।
हम शांति चाहते हैं; कोई हमला करेगा, तो जवाब देने की पूरी क्षमताः मुत्ताकी
‘अफगानिस्तान किसी बाहरी आक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर शांति प्रयास नाकाम हुए तो हमारे पास और भी रास्ते हैं। हम पाक जनता से दुश्मनी नहीं चाहते, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता पर हमला हुआ तो जवाब तुरंत और कड़ा मिलेगा।’ -आमिर खान मुत्ताक, अफगान विदेश मंत्री, नई दिल्ली में
यह भी पढ़ें : अमेरिका के टेनेसी सैन्य संयंत्र में विस्फोट, 19 लोग लापता, सभी की मौत होने की आशंका
