अगले वर्ष चार मार्च को आम चुनाव कराने का प्रस्ताव
काठमांडू। नेपाल में युवा पीढ़ी के हिंसक प्रदर्शनों के बाद उत्पन्न हुए राजनीतिक संकट के बीच शुक्रवार को पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार की कमान सौंप दी गई। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें शपथ दिलाई। सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बन गई हैं।
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राष्ट्रपति ने यह नियुक्ति संविधान की धारा 61 का हवाला देते हुए की। धारा 61 (4) के अनुसार राष्ट्रपति का मुख्य कर्तव्य संविधान का पालन और संरक्षण करना तथा राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करना है। इसके पहले नेपाल की संसद को भंग कर दिया गया था। राष्ट्रपति के कार्यालय शीतल निवास में दोपहर दो बजे से शाम साढ़े सात बजे तक चली उच्च स्तरीय बैठक में संसद को भंग करने और कार्की को शपथ दिलाने पर सहमति बनी ।
जेन-जी के प्रतिनिधियों ने दो दिन से चल रही वार्ता में स्पष्ट किया था कि संसद भंग किए बिना वे नई सरकार का गठन स्वीकार नहीं करेंगे। • पौडेल ने शाम को सुशीला कार्की को निर्णायक वार्ता के लिए शीतल निवास बुलाया। आज से पहले नेपाल में ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश का नेतृत्व किसी महिला ने संभाली हो लेकिन, अब सुशीला कार्की की हाथों में नेपाल की कमान सौंप दी गई है। सुशीला सरकार की तरफ से 4 मार्च को देश में आम चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया गया है। पहली कैबिनेट बैठक का एजेंडा चुनाव की घोषणा है।