नोएडा। जालसाजों ने सर्वोच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता को हथियारों की तस्करी में उनके आधार कार्ड का प्रयोग होने का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। उनसे 3.29 करोड़ से ज्यादा रुपये ठग लिए। जेल भेजने का डर दिखाकर पांच बार में विभिन्न खातों में रकम जमा कराई। अतिरिक्त रकम जमा करने का दवाब बनाने पर उन्हें शक हुआ। पीड़ित अधिवक्ता ने शिव प्रसाद, प्रदीप सावंत और प्रवीण सूद के खिलाफ साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है।
नोएडा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता के पास 10 जून को उनके लैंडलाइन नंबर पर अनजान युवक की काल आई।
उसने खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर कहा कि आपके आधार कार्ड और बैंक खाते का इस्तेमाल हथियारों की तस्करी, ब्लैकमेलिंग और जुए में इस्तेमाल हुआ है। शातिर ने बोला कि मामला संगीन होने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। 25 अप्रैल को मामला दर्ज हो को मामला दर्ज हो चुका है। शातिर ने दूसरे व्यक्ति का नंबर देकर कहा, इनसे बात करने पर पीड़िता को मामले के संबंध में एनओसी मिलेगी। फिर गिरोह के सदस्यों ने उन्हें वाट्सएप पर वीडियो काल कर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। शातिरों ने उनसे पांच बार में करीब 3.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए।
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