अब्दुर रऊफ लश्कर- ए- तैयबा और उसके फ्रंट संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता है
नई दिल्ली । पाक कितना पाक है और कितना आतंकी पोषक है। इस पर से धीरे धीरे भारत ने पर्दा उठाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान अपने यहां पल रही दहशतगर्दी को किसी भी हद तक छुपाने की कोशिश में लगा रहता है। हालांकि वह लाख कोशिश कर ले लेकिन उसका आतंकी चेहरा दुनिया के सामने आ ही जाता है। पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर पाक हुक्मरान और उसकी सेना जिस आतंकी को मासूम मौलवी वताने में जुटी हुई थी वह तो खूंखार आतंकी निकला । भारतीय खुफिया एजेंसी के अनुसार वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख चेहरा है और राहत कार्यो की आड़ में आतंक के पौधे को सींच रहा है।
पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि वायरल तस्वीर में दिख रहा युवक कोई आतंकी नहीं बल्कि एक मासूम परि वार वाला और धर्मगुरु है। ये युवक कुछ पाकिस्तानी सैनिकों के साथ एक जनाजे में दिखाई दे रहा है। उन्होंने इस व्यक्ति का आईडी कार्ड भी दिखाया और कहा कि यह एक साधारण राजनीतिक कार्यकर्ता है। पाकिस्तान की सेना के दावे के वाद जांच में सामने आया कि जिस व्यक्ति की पहचान पाकिस्तान की सेना ने बताई है, उसकी सभी जानकारी नाम यानी जन्मतिथि और यहां तक कि नेशनल आईडी नंवर पूरी तरह से मेल खाती है उस व्यक्ति से, जिसे अमेरिका ने विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है। उसका नाम हाफिज अब्दुर रऊफ है।
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के मुताविक, हाफिज अब्दुर रऊफ लश्कर-ए-तैयबा और उसके फ्रंट संगठनों के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है । जो आईडी कार्ड पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने दिखाया, उस पर लिखा है कि वह ” वेलफेयर विंग इंचार्ज, पीएमएमएल है, यानी वह अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए एक राजनीतिक या धार्मिक संगठन के नाम का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तानी सेना ने जिस व्यक्ति को धार्मिक प्रचारक बताया, वह वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी है।
इससे यह साफ होता है कि पाकिस्तान जानबूझकर आतंकियों को संरक्षण दे रहा है और दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है।
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी के मुताविक, आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख चेहरा है और राहत कार्यो की आड़ में आतंक का एजेंडा है । लश्कर-ए-तैयबा की शीर्ष नेतृत्व टीम में शामिल हाफिज अव्दुर रऊफ साल 1999 से संगठन के लिए काम कर रहा है। रऊफ, लश्कर के फ्रंट संगठन फलाह-ए- इंसानियत फाउंडेशन का मुखिया है, जो राहत कार्यो की आड़ में आतंकी गतिविधियों के लिए फंड इकट्ठा करता है।
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