केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की पढ़ाई लखनऊ के हजरतगंज स्थित सेंट फ्रांसिस इन्टर कालेज से हुई है
लखनऊ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में जड़ें जमाए आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाने की रणनीति ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अभियान को शुरू किया। इस ऑपरेशन को तैयार करने को लेकर जिन तीन अधिकारियों प्रमुख भूमिका रही है इनमें दो अधिकारी जहां जम्मू-कश्मीर के हैं, वहीं एक अधिकारी केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित सेंट फ्रांसिस इंटर कालेज से पढ़कर 1989 बैच के सिक्किम कैडर के आईएएस अफसर हैं।
आपरेशन सिंदूर की योजना बनाने वालों प्रमुख रूप से भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू का नाम शामिल है। इसमें दो जम्मू कश्मीर से आते है, जबकि गोविंद मोहन यूपी के रहने वाले है। ऑपरेशन सिंदूर को शुरू किए जाने के बाद पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई शुरू हुई । इसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी स्वयं मोर्चे पर जुटे । लगातार अधिकारियों के साथ बैठक की। 8 मई को जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सर्वदलीय बैठक में भाग ले रहे थे तो पीएम मोदी एनएसए अजित डोभाल से चर्चा के बाद सबसे अधिक समय गृह सचिव गोविंद मोहन के साथ बैठक कर रहे थे।
यहां वताना जरूरी है कि केंद्रीय गृह सचिव के अधीन में सीआरपीएफ, बीएसएफ और राज्य पुलिस वलों सहित सभी केंद्रीय वल आते है। केंद्रीय गृह सचिव को आमतौर पर गृह मंत्री का सबसे विश्वसनीय अफसर माना जाता है । गोविंद मोहन 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। संस्कृति मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्यरत थे, तब उन्हें केंद्रीय गृह सचिव का कार्यभार दिया गया था। इससे पहले वह गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी काम कर चुके है । गोविंद मोहन की छवि विना लाइमलाइट में आए ईमानदारी और कार्यकुशलता के साथ काम करने वाले अधिकारी की मानी जाती है।
लखनऊ के रहने वाले हैं केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन
गोविंद मोहन भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 वैच के सिक्किम कैडर के अधिकारी है। उनका उत्तर प्रदेश से गहरा नाता रहा है। मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले गोविंद मोहन ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के हजरतगंज स्थित प्रसिद्ध सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज से 1982 में पूरी की है। इसके वाद उन्होंने वीएचयू – आईआईटी वाराणसी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और आईआईएम अहमदाबाद से (1986-88 ) प्रबंधन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। गोविंद मोहन के पिता उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी विभाग में चीफ इंजीनियर पद से सेवानिवृत्त हो चुके है।
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