नई दिल्ली। यात्रा के लिए हवाई जहाज आधुनिक विज्ञान की एक तकनीक है जिसने पूरी मनुष्य सभ्यता के इतिहास को विकास के सबसे उच्चतम शिखर पर पहुंचा दिया है। हवाई यात्रा की मदद से लंबी दूरी को भी बहुत कम समय में तय किया जा सकता है । हवाई यात्रा की खास बात यह है कि इसके इस्तेमाल के लिए आपको किसी रास्ते या पुल की जरूरत नहीं होती है ।
यही कारण है कि हवाई यात्रा की मदद से उन द्वीपों की भी आसानी से यात्रा की जा सकती है जो चारों तरफ से पानी से घिरे हैं। खैर, क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे छोटी हवाई यात्रा कितनी दूरी की होगी ? दरअसल, विश्व की सबसे छोटी हवाई यात्रा महज 2.7 किलोमीटर की है, जिसे तय करने में मात्र 80 सेकंड यानी डेढ़ मिनट लगते हैं। इस कीर्तिमान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं ।
यह भी पढ़ें : रूस से हैरान करने वाली खबर : शख्स ने खरीदी लड़की की आत्मा बदले में दिए 33 करोड़ रूपए
यह अनोखी हवाई यात्रा स्कॉटलैंड के ऑर्कनी द्वीपसमूह के दो द्वीपों वेस्ट्रे और पापा वेस्ट्रे के बीच संचालित होती है। इन दोनों द्वीपों के बीच की दूरी महज 2.7 किलोमीटर है, जिसे एक छोटा सा विमान महज 80 सेकंड में तय कर लेता है । विमान को टेकऑफ से लेकर लैंडिंग तक में 80 सेकंड का समय लगता है। इस उड़ान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया की सबसे छोटी कमर्शियल उड़ान का दर्जा दिया गया है।
आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों इन दोनों द्वीपों के बीच इतनी छोटी दूरी के लिए हवाई यात्रा की आवश्यकता पड़ती है ? इसका कारण यह है कि इन दोनों द्वीपों के बीच कोई पुल या अन्य कोई साधन नहीं है जिसके जरिए लोग एक द्वीप से दूसरे द्वीप पर जा सकें । इसलिए, यहां के निवासियों के लिए हवाई यात्रा ही एकमात्र विकल्प है।
इस उड़ान के लिए एक छोटा सा विमान इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें एक बार में 9 से 10 यात्री ही सफर कर सकते हैं। यह विमान एकल रनवे से उड़ान भरता है और कुछ ही सेकंड अपनी मंजिल पर पहुंच जाता है। यह उड़ान दिन में कई बार संचालित की जाती है, जिससे वहां के निवासियों को बहुत लाभ मिलता है।
यह भी पढ़ें : दक्षिण लेबनान में इजराइल ने हिज्बुल्लाह ठिकानों पर किए हवाई हमले,मची तबाही