अज्ञान दुःखों का मूल है और आत्मबोध ही उसका समाधान-विज्ञान देव जी महाराज

लखनऊ। आत्मविस्मृति ही समस्त दुःखों का कारण है। स्वयं को भुला देना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी विडंबना है। अज्ञान दुःखों का मूल है और आत्मबोध ही उसका समाधान है।उक्त उद्गार स्वर्वेद कथामृत के प्रवर्तक सुपूज्य संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज ने शहर के डिप्लोमा इंजिनियर्स एसोसिएसन परिसर में आयोजित एक दिवसीय जय स्वर्वेद कथा एवं ध्यान साधना सत्र में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं के मध्य व्यक्त किए। महाराज जी ने बताया कि आज मन पर नियंत्रण न होने से समाज में विसंगतियाँ बढ़ रही हैं। युनेस्को की…

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