स्ट्रीट डॉग की आखिरी विदाई में रो पड़ा पूरा पुलिस स्टाफ
खंडवा । जिले के जावर थाने में एक अनोखी घटना हुई। यहां एक स्ट्रीट डॉग ‘लालू की मौत के बाद पूरे थाने के स्टाफ ने मिलकर उसका अंतिम संस्कार किया। बताया जा रहा है कि ‘लालू पिछले तीन दिनों से बीमार था और सोमवार को उसने थाने में ही दम तोड़ दिया। थाने के स्टाफ ने पूरे विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार किया। दरअसल, जावर थाने में ‘लालू नाम का एक स्ट्रीट डॉग पिछले तीन दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। जावर थाना प्रभारी जी. पी. वर्मा और अन्य स्टाफ ने मिलकर थाने से कुछ दूरी पर लालू का अंतिम संस्कार किया।
जावर थाना प्रभारी गंगा प्रसाद वर्मा ने बताया कि ‘लालू के इलाज में थाने के सभी कर्मचारियों ने पूरी कोशिश की। उसे खंडवा पशु चिकित्सालय में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद जैसे ही उसे जावर थाना लाया गया, उसने प्राण त्याग दिया । ‘लालू का जन्म जावर थाना परिसर में ही हुआ था।पिछले 3 साल से जावर थाना के पास ही उसका घर था।
थाने के स्टाफ ने समान के साथ किया दफन
थाने के स्टाफ कैलाश तिवारी ने बताया कि ‘लालू ने तीन दिनों से खाना-पीना भी छोड़ दिया था। तेज धूप और गर्मी की वजह से वह बीमार पड़ा था। उसका काफी इलाज कराया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उसकी तीन दिनों की बीमारी में ही थाने के सभी स्टाफ ने मिलकर उसकी काफी सेवा की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। इसलिए सभी थाने के स्टाफ ने मिलकर उसे सम्मान के साथ थाना परिसर से कुछ दूरी पर ही जमीन में दफना दिया।
डेली परेड में शामिल होता था ‘लालू
बता दें कि लालू थाने में होने वाली नियमित परेड में भी शामिल होता था। जावर थाने की दहलीज पर 24 घंटे प्रहरी की तरह पिछले 3 साल से बैठा रहने वाला यह स्ट्रीट डॉग थाने के सभी स्टाफ का चहेता था। ‘लालू के चले जाने के बाद थाने के स्टाफ उसकी बातें याद कर रहे हैं। जावर थाना प्रभारी गंगा प्रसाद वर्मा ने बताया कि सुबह और शाम थाने के सभी स्टाफ की जो परेड होती थी, उस दौरान ‘लालू भी कोने में तब तक खड़ा रहता था जब तक परेड खत्म न हो जाए। यह उसकी दिनचर्या में हर सुबह 10 बजे और शाम 6 बजे शामिल था।
‘लालू के लिए आता था स्पेशल टिफिन
जावर थाने के सब इंस्पेटर कैलाश तिवारी ने बताया कि ‘लालू आम जनता और शराबियों के बीच फर्क करता था। अगर कोई शराबी गलती से भी थाने की दहलीज पर आ जाता, तो वह उसे अंदर नहीं आने देता था। ऐसे कई किस्से हैं जब ‘लालू ने शराबियों को थाने में घुसने से रोका। ‘लालू के लिए थाना प्रभारी गंगा प्रसाद वर्मा विशेष टिफिन मंगाते थे। थाने के जो स्टाफ अपने साथ टिफिन लेकर आते थे, उसमें से कुछ हिस्सा ‘लालू के साथ भी शेयर किया जाता था। थाने के सभी स्टाफ ने बताया कि भोजन करने के दौरान और परेड के समय ‘लालू की कमी खलेगी।
यह भी पढ़ें : शोपियां के जम्पाथरी में सेना ने लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया