मालेगांव मामले में बरी होने के बाद पहली बार गृह नगर पुणे पहुंचने पर भव्य स्वागत
पुष्प वर्षा के बीच निकाला जूलूस, पत्नी के साथ खुली जीप में सवार थे लेफ्टिनेंट
मुंबई। मालेगांव बम विस्फोट मामले में 17 साल की लंबी लड़ाई के बाद अदालत से बरी होने के बाद पहली बार अपने गृहनगर पुणे पहुंचे लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) प्रसाद श्रीकांत पुरोहित का रविवार को ढोल-नगाड़ों एवं सनातन की जय के नारों के साथ जोरदार स्वागत हुआ। इस अवसर पर पुरोहित ने कहा कि मैंने यहां के लोगों से कहा था, कि एक दिन बेदाग वापस आऊंगा। उन्होंने कहा, कोई दुश्मन भी मेरी देशभक्ति और के प्रति निष्ठा पर सवाल नहीं राष्ट्र उठा सकता।
पिछले गुरुवार को विशेष एनआइए कोर्ट ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित एवं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर सहित सभी सात आरोपितों को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। पुणे में कर्नल पुरोहित का स्वागत करने के लिए लोग पहले से ही जुटे थे।
लोग जुलूस की शक्ल उन्हें शांतिशीला हाउसिंग सोसायटी स्थित उनके घर ले गए। इस दौरान पुरोहित अपनी पत्नी अपर्णा के साथ खुली जीप में सवार थे। ढोल नगाड़ों की गड़गड़ाहट के साथ लोग जय श्रीराम एवं सनातन धर्म की जय के नारे लगा रहे थे। चारों ओर भगवा झंडे लहराए जा रहे थे और कर्नल पुरोहित पर पुष्पवर्षा कर रहे थे। प्रेस से बात करते हुए पुरोहित ने कहा, मुझे बेहद खुशी है कि मेरा इतना भव्य स्वागत किया गया। यहां के लोग हमेशा से मेरा स्वागत करना चाहते थे, लेकिन मैंने कहा था कि मैं बेदाग वापस आऊंगा, तब स्वागत कीजिएगा। मैं यहीं पला- बढ़ा हूं। मेरे परिवार के लोग मुझसे मिलने आए हैं। इतना भव्य स्वागत करने के लिए मैं सभी का बहुत आभारी हूं।
लोगों को संबोधित करते हुए भावुक होकर पुरोहित ने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप सभी से मेरा इतना भव्य स्वागत होगा। मैं निःशब्द हूं। उन्होंने कहा, जब झूठे आरोप लगाए जाते हैं तो जो दर्द सहना पड़ता है उसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है।उन्होंने कहा, सैनिक के रूप में मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि दुश्मन भी मेरी देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति निष्ठा पर सवाल नहीं उठा सकता। अदालत में अपनी दलीलों के दौरान मैंने इस बात पर जोर दिया कि मुझे कुछ भी कहा जाए, लेकिन आतंकवादी या देशद्रोही नहीं कहा जाए। वर्षों तक जेल में रहने के बारे में पुरोहित ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद उनका स्वास्थ्य खराब हो गया।
यह भी पढ़ें : चुनाव आयोग को घेरने चले तेजस्वी दो वोटर आइडी कार्ड लेकर खुद घिरे