सेंट्रल बेन्यू स्टेट । नाइजीरिया के सेंट्रल बेन्यू स्टेट के येलवाटा गांव में शुक्रवार देर रात शनिवार को एक क्रूर हमले में बंदूकधारियों ने कम से कम 100 लोगों की हत्या कर दी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल नाइजीरिया ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमलावरों ने लोगों को उनके घरों में बंद कर जिंदा जला दिया और कई को गोलियों से भून डाला। इस हमले में कई लोग अभी भी लापता हैं। जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
पूरा मामला क्या है?
एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार यह हमला बेन्यू राज्य में बढ़ती हिंसा का हिस्सा है। जहां चरवाहों और किसानों के बीच आपसी तनाव मुख्य कारण है। हमलावरों ने येलवाटा गांव में अचानक धावा बोला और घरों, मस्जिदों, और अन्य स्थानों पर हमले किए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हमला इतना तेज और संगठित था। कि लोगों को भागने का मौका तक नहीं मिला। कई परिवार अपने घरों में सो रहे थे और उन्हें कमरों में बंद कर आग लगा दी गई।
सरकारी प्रतिक्रिया
नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला टिनुबू ने इस हमले की निंदा की और सुरक्षा एजेंसियों को दोषियों ठहराया और तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा हम इस हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी प्रयासों के बावजूद हिंसा पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
हिंसा के कारण
नाइजीरिया में हिंसा के पीछे जातीय और धार्मिक विभाजन, संसाधनों पर विवाद, और कमजोर सुरक्षा व्यवस्था जैसे कई कारण हैं। बोको हरम जैसे आतंकी संगठन और फुलानी चरवाह हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। बेन्यू राज्य जो मुस्लिम और ईसाई समुदायों के बीच का मध्य क्षेत्र है। और यह अक्सर इस तरह के हमलों का केंद्र रहा है। नाइजीरिया में हिंसा को रोकने के लिए अच्छी रणनीति की जरूरत है जिसमें सामुदायिक संवाद, आर्थिक विकास, और सुरक्षा बलों को मजबूत करना शामिल हो। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी सहायता की मांग की जा रही है।
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