मेले में आए हुए ग्राहकों ने टैरिफ की वजह से आर्डर स्टॉक को 90 दिन के अंदर भेजने को कहा
भदोही। दिल्ली के इंडिया कार्पेट एक्सपो के तीसरे दिन बुधवार को भी मेले में निर्यातकों द्वारा लगाए गए स्टालों पर विदेशी ग्राहक दिखे। ऐसे में माना जा रहा है कि चार दिनों में अच्छा व्यवसाय का सृजन होगा। वैसे सीईपीसी फेयर की सफलता से काफी उत्साहित हैं। कालीन मेले के तीसरे दिन मेले में लगे ज्यादातर स्टालों पर विदेशी आयातक सैंपलों को देखकर पूछताछ कर रहे थे।
सीईपीसी के पूर्व चेयरमैन व सीईपीसी के प्रशासनिक सदस्य महावीर प्रताप शर्मा (राजा शर्मा) ने कहा कि तीन दिन में काफी विदेशी खरीदारों और आयातक प्रतिनिधियों ने मेला क्षेत्र का दौरा किया। इससे सकारात्मक संकेत मिले हैं। श्री शर्मा ने बताया कि फेयर के पहले व दूसरे दिन तो आयातकों के प्रतिनिधि काफी संख्या में पहुंचे और उन्होंने घूम-घूम कर फेयर का अवलोकन किया। वहीं लगभग अधिकांश स्टालों पर विदेशी आयातकों ने पहुंचकर अपने देश में बिकने वाले कालीनों को देखा उसके बारे में पूछताछ की। फेयर में आने वाले विदेशी खरीदार सस्ते और अच्छे कालीनों की ओर आकर्षित होते देखे गए।
हालांकि बहुत से ऐसे भी कस्टमर थे जो हैंड नाटेड कालीनों को पसंद किए। बाजार के हिसाब से कालीनों की पूछताछ हुई। काफी निर्यातकों को फेयर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला और काफी लोगो को सैम्पलिंग भी हुई। वहीं श्री शर्मा ने कहा कि मेले में अमेरिका के नामचीन कस्टमर तो नही आए और जो आए भी थे तो वे पूर्व में दिए गए आर्डर स्टॉक को ट्रम्प टैरिफ की वजह से 90 दिन के अंदर माल को भेजने के लिए कहा। वहीं मेले में दुनिया के नए-नए राष्ट्र के नए-नए ग्राहक भी दिखे जहां उन्होंने भारतीय कालीनों को पसंद किया।