अनोखा गांव राजगढ के कॉसी गांव में किसान हार्वेस्टर से नहीं कटवाते फसल
राजगढ़। मध्य प्रदेश में नरवाई जलाने पर प्रतिबंध और जुर्माने का प्रावधान है। इसके बावजूद किसान खेतों में नरवाई जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के मुताबिक राजगढ़ जिले में 1 अप्रैल से अब तक लगभग 30 किसानों के विरुद्ध 1 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया जा चुका है और लगभग 8 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
पराली आज की तारीख में देश की बड़ी समस्याओं में से एक है। आलम यह है कि नरवाई जलाने के मामले में मध्य प्रदेश देश में अव्वल स्थान पर है, लेकिन राजगढ़ जिले की कॉसी ग्राम पंचायत के किसान पराली नहीं जलाते हैं। यहां नरवाई की कोई समस्या नहीं है । इस ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि राजेश तवर का कहना है कि हमारे यहां किसान भाई हार्वेस्टर से फसलों की कटाई नहीं करवाते हैं, जिससे नरवाई नहीं होती है। वे भूसा बनाकर इसे बेचते हैं।
हाथों से फसल काटने से होंगे कई फायदे
सरपंच प्रतिनिधि राजेश तवर ने कहा, हमारे यहां नरवाई नहीं जलाते हैं, क्योंकि हमारे गांव में मजदूर वर्ग के लोग फसलों को नीचे से ही काटते हैं, जिससे भूसा भी निकलता है जो गाय और अन्य जानवरों के लिए चारे का काम करता है। राजगढ़ जिले में ही हमारे क्षेत्र के अलावा दूसरे क्षेत्र के किसान जो अपने खेत की फसल निकालने के लिए हार्वेस्टर का इस्तेमाल करते हैं। उसमें से केवल ऊपर से ही गेहूं निकलते हैं। एक से 2 फीट का डंठल खेत में खड़ा रह जाता है. जिस कारण किसान खेत को अगली खेती के लिए तैयार करने से पहले नरवाई को जलाता है, जो पर्यावरण और जमीन दोनों के लिए ही नुकसान दायक है।
इन कारणों से हो रही पराली की समस्या
राजगढ़ जिले के मजदूर काम के अभाव में पलायन करने को मजबूर हैं। यहां के किसान अपने खेतों में स्थानीय मजदूरों से काम न लेते हुए हार्वेस्टर से फसलों की कटाई कराते हैं। ऐसा कराने से नरवाई के साथ साथ मजदूरों के सामने मजदूरी का समस्या खड़ी होती । इसके बारे में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. लाल सिंह का कहना है कि आधुनिक दौर में खेती किसानी में मशीनों का ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है। पहले जो खेती के काम मजदूर करते थे अब वो काम मशीन से किए जाने लगे हैं, जिसकी वजह से मजदूरों को काम मिलना बंद हो गया है। इसके अलावा पराली जैसी अन्य समास्याएं खड़ी हो गई हैं।
ऐसा करने से रुकेगा मजदूरों का पलायन
किसान राजेश कहते हैं कि राजगढ़ जिले के बड़े किसान अपने खेतों में हार्वेस्टर चलाकर अपनी फसल निकालते हैं। वहीं क्षेत्र के मजदूर दूसरे प्रदेश राजस्थान में जाकर फसलों की कटाई करते हैं। अगर इन लोगों को यहीं फसल कटाई की काम मिलने लगे तो पलायन की समस्या भी खत्म हो जाएगी। खेती का काम मजदूरों से कराने से नरवाई जलाने और फसलों में दवाई का इस्तेमाल जैसी समस्या भी हल हो जाएगी। इसके अलावा फसल से भूसा और चारा बनने से जानवरों को भूखा नहीं मरना पड़ेगा ।
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