21वीं सदी हमारी, संकट में मित्र देशों का दिया मजबूती से साथ
मजबूत साझेदारी बन रही वैश्विक स्थिरता और विकास का आधार
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 22वें आसियान शिखर सम्मेलन 2025 को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का मुख्य स्तंभ है। भारत ने हमेशा आसियान की केंद्रीयता और हिंद- प्रशांत क्षेत्र पर आसियान के दृष्टिकोण का समर्थन किया है। अनिश्चितता इस दौर में भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी निरंतर मजबूत हुई है। हमारी मजबूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का आधार बनकर उभर रही है।
उन्होंने कहा कि अपने आसियान परिवार के साथ फिर एक बार मुझे जुड़ने का मौका मिला है। मुझे बहुत खुशी हो रही है। आसियान के सफल अध्यक्षता के लिए मैं पीएम अनवर इब्राहिम को बधाई देता हूं। भारत और आसियान मिलकर विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं । हम न सिर्फ भूगोल बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंध और साझा मूल्य भी साझा करते हैं। हम वैश्विक दक्षिण का हिस्सा हैं ।
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हम न केवल व्यापारिक संबंध बल्कि सांस्कृतिक संबंध भी साझा करते हैं । इस वर्ष आसियान शिखर सम्मेलन का विषय समावेशीपन और स्थिरता है । यह विषय हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है, चाहे वह डिजिटल समावेशन हो या वर्तमान चुनौतियों के बीच खाद्य सुरक्षा और लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करना । उन्होंने कहा कि भारत इस प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है और इस दिशा में आगे बढ़ने को प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भारत हर आपदा में अपने आसियान भागीदारों के साथ हमेशा मजबूती से खड़ा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आसियान के देश साझा मूल्यों की डोर से बंधे हुए हैं। 21वीं सदी हमारी सदी है। यह भारत और आसियान की सदी है। आसियान की यह बैठक मलयेशिया में हो रही है ।
2026 आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष घोषित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2026 को आसियान-भारत समुद्री सहयोग घोषित किया। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आसियान कम्युनिटी विज़न 2045 और विकसित भारत 2047 का लक्ष्यपूरी मानवता के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा। मानव सहायता एवं आपदा राहत, समुद्री सुरक्षा और ब्लू इकोनॉमी में हमारा सहयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। साथ ही हम एजुकेशन, टुरिजम, साइंस एण्ड टेक्नॉलजी, हेल्थ, ग्रीन एनर्जी, और साइबर सिक्युरिटी में आपसी सहयोग को भी मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।
