चीन की सह पर नेपाल बना पाकिस्तान के आतंकियों का नया लांच पैड

चीन की विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बने

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिन्दूर के वाद भारत – कश्मीर सीमा पर बढ़ी चौकसी के कारण आईएसआई को भारत में आतंकियों को भारत घुसपैठ करने में मुश्किल हो रहा है लिहाजा पाकिस्तान अपने ऑल वेदर फ्रैंड चीन से मिलकर भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की बड़ी साज़िश रच रहा है जिसका खुलासा खुफ़िया एजेंसियों ने किया है खुफिया सूत्रो के अनुसार पाकिस्तान खुफ़िया एजेंसी आईएसआई ने भारत – नेपाल बॉर्डर पर भारत के खिलाफ आतंक का नया लॉन्च पैड तैयार किया है । यहाँ रोज़ कुकुरमुत्ते की तरह मदरसे बन रहे है । यहाँ पर आतंक की नर्सरी चलती है ।

खुफ़िया रिपोर्ट के अनुसार इन मदरसों में पदाई के नाम पर बच्चों को जिहादी और आतंक की तालीम दी जा रही है। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार नेपाल के सीमावर्ती जिलों रौतहट, पर्सा, कपिलवस्तु, सुनसरी और बारा में ऐसे मदरसे हर दूसरे दिन खड़े हो रहे है । खुफिया सूत्रों के अनुसार चीन की विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे ये मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बना हुआ है। नेपाल से मदरसे के मुखौटे में आतंक की नर्सरी चल रहा है।

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खुफिया सूत्रों के अनुसार भारत-नेपाल के बॉर्डर एरिया में बने मदरसों के पीछे आईरसआई का दिमाग है, जबकि आलीशान मदरसे बनने में चीन पैसा झोंक रहा है । मकसद एकमात्र है भारत में टेरर नेटवर्क को बढ़ावा देना आतंक का तांडव करना है । खुफिया सूत्रों के अनुसार नेपाल के सीमावर्ती जिलों रौतहट, पर्सा, कपिलवस्तु, सुनसरी और बारा में ऐसे मदरसे हर दूसरे दिन विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे ये मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बने हुए है।

सूत्रों के अनुसार दावत-ए-इस्लामिया नेपाल बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मस्जिदें और गेस्ट हाउस बनवा रही है। जिसकी फंडिंग पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन दावत-ए- इस्लामिया से हो रही है। दावत-ए- इस्लामिया का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से भी कनेक्शन है । दरअसल, नेपाल बॉर्डर भारत के खिलाफ आतंक का नया लॉन्च पैड बना है। खुफिया सूत्रों के अनुसार नेपाल स्थित पाकिस्तानी दूतावास में तैनात आईएसआई अधिकारी आतंकी के पनाहगाह के रूप में मदरसा बनाने में जमीन खरीदने से लेकर हर सुविधा तो उपलब्ध करता ही है साथ ही साथ आतंकियों को इन्ही मदरसों लंबे समय तक रहने की व्यवस्था भी करता है ताकि भारत में उत्तर प्रदेश और बिहार के रास्ते भारत में घुसपैठ करा सके ।

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