इंदौर बना चोरी के मोबाइल का अंतरराष्ट्रीय अड्डा

10 करोड़ के मोबाइल होते हैं चोरी, नेपाल- दुबई तक फैला चोरों का नेटवर्क

इंदौर । शहर इंदौर में हर वर्ष 10 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के मोबाइल गुम या चोरी हो जाते हैं। इनमें से केवल 3 करोड़ रुपये के मोबाइल ही पुलिस द्वारा बरामद किए जा पा रहे हैं। हाल ही में, इस सप्ताह क्राइम ब्रांच ने 45 लाख रुपये के मोबाइल फोन बरामद किए और उन्हें उनके असली मालिकों को सौंपा गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शेष मोबाइल इसलिए बरामद नहीं हो पाते क्योंकि या तो उन्हें तोड़कर पूजों में बेच दिया जाता है या फिर वे नेपाल जैसे देशों तक पहुंचा दिए जाते हैं, जहां से उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है।

देशभर में है चोरी के मोबाइल का बड़ा नेटवर्क
देशभर में चोरी हुए मोबाइल फोनों का एक व्यापक और सुनियोजित मार्केट है, जिसमें इंदौर भी एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर कर सामने आया है। आंकड़ों के मुताबिक, इंदौर से हर साल 10 करोड़ से अधिक के मोबाइल चोरी, लूट या गुम हो जाते हैं। पिछले साल, क्राइम ब्रांच ने 3 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के लगभग 1100 मोबाइल बरामद किए थे। वहीं इस साल अब तक 50 लाख रुपये के मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं, जो इस सप्ताह लोगों को सौंपे गए। एडीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया का कहना है कि पुलिस जितने मोबाइल बरामद कर पाती है, असल में चोरी या गुम हुए मोबाइल की संख्या उससे पांच गुना अधिक होती है।

अंतरराष्ट्रीय तस्करी और तकनीकी छेड़छाड़ बनी बाधा
एडीसीपी दंडोतिया के अनुसार, चोरी हुए कई मोबाइल पुलिस की पकड़ से बाहर हो जाते हैं क्योंकि चोरों द्वारा उन्हें व्यापारियों को बेच दिया जाता है और फिर वे मोबाइल नेपाल जैसे देशों में भेज दिए जाते हैं। इसके अलावा, अधिकतर मोबाइल तोड़कर उनके पार्ट्स अलग-अलग बेच दिए जाते हैं या उनका नंबर बदल दिया जाता है, जिससे पुलिस उन्हें ट्रेस नहीं कर पाती। तकनीकी छेड़छाड़ और सीमा पार नेटवर्क इस अपराध को और भी जटिल बना देते हैं।

चोरों के पास से मिले थे 50 लाख के मोबाइल
पुलिस सूत्रों की मानें तो इंदौर अब चौरी के मोबाइल फोनों का एक बड़ा हब बन चुका है। यहां से चोरी के करोड़ों के मोबाइल नेपाल, दुबई और थाईलैंड तक भेजे जाते हैं। कुछ समय पहले क्राइम ब्रांच ने ‘जॉनी’ नामक एक व्यापारी को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 50 लाख रुपये के चोरी हुए मोबाइल मिले थे। इसके अलावा, इंदौर के कई व्यापारी दिल्ली और मुंबई में भी चोरी के मोबाइल के साथ पकड़े जा चुके हैं अन्य राज्यों की पुलिस भी अक्सर जेल रोड स्थित मोबाइल बाजार में छापेमारी करने आती है। यह दर्शाता है कि इंदौर में चोरी और लूट के मोबाइल का संगठित व्यापार फल-फूल रहा है, जिसमें व्यापारियों और चोरों के बीच सीधा संपर्क है।

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