आगरा। शहर में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले एक गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज़ 4 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना आगरा के एक स्थानीय मस्जिद से जुड़ी है, जहाँ शुक्रवार सुबह नमाज से पहले मस्जिद परिसर में प्रतिबंधित पशु का सिर पाए जाने से इलाके में तनाव फैल गया।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार सुबह नमाज से पहले मस्जिद में सफाई के दौरान प्रतिबंधित पशु का सिर पाया गया। यह खबर आग की तरह फैल गई और स्थानीय मुस्लिम समाज ने तुरंत कार्रवाई की मांग की। घटना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तेजी से एक्शन लेते हुए मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
आरोपी नजरूद्दीन गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी की पहचान नजरूद्दीन के रूप में की है, जो उसी इलाके का रहने वाला है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने सोची-समझी साजिश के तहत यह कदम उठाया ताकि इलाके में तनाव फैलाया जा सके। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि इसके पीछे किसी संगठन या अन्य लोगों का हाथ तो नहीं है।
तेज़ और सटीक कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई जिसमें SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) सहित कुल 100 पुलिसकर्मी शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज, लोकल इंटेलिजेंस और तकनीकी सहायता की मदद से महज 4 घंटे में आरोपी को पकड़ लिया गया।
मुकदमा दर्ज, धारा लागू
आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जिसमें साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, धार्मिक स्थल को अपवित्र करने, और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
शहर में अलर्ट, शांति की अपील
घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी लोगों से संयम बरतने की बात कही है।
पुलिस कमिश्नर का बयान:
“यह आगरा की शांति को भंग करने की एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे हम किसी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे। आरोपी को कानून के तहत सख्त सजा दिलाई जाएगी।”
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