महाकुम्भ में कमियां निकालने में विरोधियों ने दुष्प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ा: योगी

महाकुम्भनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज महाकुम्भ में कार्यरत रहे स्वच्छताकर्मियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी सौगात देते हुए कहा कि आस्था का इतना विशाल समागम दुनिया के अंदर कभी नहीं हुआ। 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु किसी आयोजन का हिस्सा बने और कोई अपहरण की घटना नहीं, कोई लूट की घटना नहीं, कोई छेड़छाड़, कोई दुष्कर्म की घटना नहीं, कोई भी ऐसी घटना नहीं जिसके बारे में कोई सवाल उठा सके। दूरबीन लगाकर, माइक्रोस्कोप लगाकर भी ऐसी घटना को ढूंढा नहीं जा सकता।

हालांकि, फिर भी विरोधियों ने दुष्प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ा। जिनको आस्था का यह समागम अच्छा नहीं लगा, उन्होंने कोई मौका नहीं छोड़ा। मौनी अमावस्या के दिन 8 करोड़ श्रद्धालु यहां पर थे, हमारी प्राथमिकता थी कि इन श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान कर उनके गंतव्य की ओर प्रस्थान कराया जाए। लेकिन विरोधी लगातार दुष्प्रचार कर रहे थे, बदनाम कर रहे थे। उनकी भाषा अपमानित करने वाली थी। कोई काहिरा की तो कोई काठमांडू की घटना का दृश्य दिखाकर प्रयागराज को बदनाम कर रहा था। सीएम योगी ने कहा कि पहले की सरकारों ने भारत की आस्था का सम्मान नहीं किया।

महाकुम्भ ने दिया आस्था और आर्थिकी का नया संदेश

सीएम योगी ने महाकुम्भ के माध्यम से अर्थव्यवस्था में आई मजबूती का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ ने आस्था और आर्थिकी का एक नया संदेश दिया। भगवान वेद व्यास ने 5000 साल पहले ही कहा था कि मैं बाहें उठा करके चिल्ला चिल्ला कर कह रहा हूं कि धर्म के मार्ग पर चलो, धर्म से ही अर्थ और कामनाओं की पूर्ति हो सकती है। प्रयागराजवासियों ने भगवान वेदव्यास की इस वाणी को सत्य साबित कर दिया। लाखों रोजगार मिले, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक नया आयाम छूने के लिए उतावली दिखाई दे रही है।

उन्होंने कहा कि आज आस्था के साथ नई अर्थव्यवस्था का जो आधार बना है वह अद्भुत है। दुनिया भौचक्की और लालायित है यहां आने के लिए। केवल भारत ही नहीं दुनिया के अंदर एक दर्जन देशों के मंत्री या राष्ट्राध्यक्ष भी इस आयोजन का हिस्सा बने और 74 देशों के एंबेसडर और हाई कमिश्नर भी यहां आए। यानी पहली बार 80 से अधिक देशों के लोग इस आयोजन में भागीदार बने। जो आया वह अभिभूत होकर गया।

सीएम को भेंट किया गया मेला प्राधिकरण द्वारा बनाए गए तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र

इस अवसर पर मुख्यमंत्री को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मेला प्राधिकरण द्वारा स्थापित तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। इन तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में से पहला एक साथ सर्वाधिक लोगों (329) द्वारा एक ही समय में कई स्थलों पर नदी की सफाई, दूसरा एक साथ सर्वाधिक संख्या (19 हजार) में सफाईकर्मियों द्वारा सफाई अभियान चलाए जाने और तीसरा 8 घंटे तक सर्वाधिक लोगों(10,102)द्वारा हैंडप्रिंट बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा प्रकाशित एसेंस ऑफ कुम्भ बुक का विमोचन भी किया।

इस दौरान दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत अन्य मंत्रीगण एवं अधिकारी मौजूद रहे।

Related posts