रोज़गार मिशन का पहला आउटरीच कार्यक्रम संपन्न, युवाओं को मिलेगा देश-विदेश में रोज़गार का सुनहरा अवसर
नोएडा। देश एवं प्रदेश को यदि विकसित बनाना है तो हमे 65 प्रतिशत युवा आबादी के हाथ में काम देना ही होगा और यह कार्य उद्योगों , सस्थाओं आदि के सहयोग के बिना संभव नहीं है । होटल रेडिसन ब्लू ग्रेटर नोएडा में आयोजित रोजगार मिशन इन्डस्ट्री कनेक्ट-2025 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए अनिल राजभर श्रम एव सेवायोजन मंत्री उ.प्र. सरकार ने कही। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर ही पूरा किया जा सकता है। इस वर्ष सरकार का उद्देश्य 25 हजार युवाओं को देश के बाहर तथा 03 लाख युवाओं को देश के भीतर रोजगार से आच्छादित करना है।
श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री उ.प्र.सरकार मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी ने कहा कि हाल ही में गठित ‘रोज़गार मिशन’ ने अपने पहले ‘आउटरीच कार्यक्रम’ का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम न केवल मिशन के उद्देश्यों को आम जनता तक पहुँचाने का जरिया बना, बल्कि यह राज्य के युवाओं के लिए रोज़गार की दिशा में एक सशक्त कदम भी साबित हुआ। आयोजन में बड़ी संख्या में युवाओं, शिक्षाविदों, उद्योग प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों की भागीदारी देखने को मिली।
ब्रिक्स चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हरवंश चावला ने अपने संबोधन में कहा कि रूस को इस वर्ष भारत से एक लाख कुशल एवं अद्धकुशल श्रम शक्ति तथा संयुक्त अरब अमीरात को भी बडी संख्या को कुशल एवं अर्द्धकुशल श्रम शक्ति की आवश्यकता है और उत्तर प्रदेश इसकी पूर्ति करने में सक्षम है।
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डा. एम.के.एस. सुंदरम प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन ने कहा कि पिछले माह अपने गठन के बाद, यह ‘रोज़गार मिशन’ का पहला ‘आउटरीच कार्यक्रम’ है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। यह वास्तव में उद्योग, शिक्षा जगत एवं सरकार को जोड़ता है जिससे युवाओं की रोज़गार क्षमता में तालमेल बैठता है और रोज़गार के अवसर बढ़ते हैं। इस संदर्भ में, कौशल विकास, कौशल विकास, कौशल उन्नयन और पुनर्कौशल एक महत्वपूर्ण आवश्यकता बन जाता है। श्रम एवं रोज़गार विभाग का रोज़गार मिशन, देश में तीन लाख (जिसमें राज्य के भीतर भी शामिल हैं) रोज़गार और विदेशों में एक लाख रोज़गार प्रदान करने के लिए उद्योग विभाग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग के साथ मिलकर काम करेगा।

नेहा प्रकाश निदेशक सेवायोजन ने कहा कि सेवायोजन विभाग के नेतृत्व में चल रहे इस मिशन का लक्ष्य बड़ा है। देश के भीतर तीन लाख और विदेशों में एक लाख युवाओं को रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराना। यह मिशन उद्योग विभाग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) विभाग और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग के साथ मिलकर क्रियान्वित किया जा रहा है।
पी.के. पुंडीर अपर निदेशक सेवायोजन प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन अधिक से अधिक नियोजकों को सेवायोजन विभाग से जुडृने तथा उनके यहां उपलब्ध रिक्तियों को रोजगार मेलों के माध्यम से पूर्ति करने का सुनहरा अवसर है। सेवायोजन विभाग द्वारा रोजगार संगम पोर्टल का विकास किया गया है जो नियोजकों जॉब सीकर इस्टीट्यूशन को सेतु के रूप में जोडने का कार्य कर रहा है। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से विभाग की योजनाओं का प्रजनटेशन भी प्रस्तुत किया श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की संयुक्त निदेशक भारत सरकार शैलजा सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनसीएस पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन अनिल राजभर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री, मनोहर लाल मन्नू कोरी राज्यमंत्री श्रम एवं सेवायोजन, डा.एम.के.एस. सुंदरम प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन, नेहा प्रकाश निदेशक सेवायोजन, पी.के. पुंडीर अपर निदेशक सेवायोजन प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया ।
अनिल राजभर केबिनेट मंत्री श्रम एवं सेवायोजन द्वारा विभागीय कार्यक्रमों संबंधी बुकलेट का विमोचन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों के एचआर प्रतिनिधि, शैक्षिक एवं व्यवसायिक संस्थानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे जिन्हें प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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