नई दिल्ली में आयोजित 48वां इंडिया कार्पेट एक्सपो अब तक का सबसे सफल मेला: कुलदीप राज वट्टल

48वें इंडिया कारपेट एक्सपो में 3 दिनों में कुल 215 विदेशी खरीददारों ने कराया अपना पंजीकरण

भारत मंडपम। नई दिल्ली के हाल नंबर एक में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा आयोजित इंडिया कारपेट एक्सपो के 48वें संस्करण को एक्सपो के तीन दिनों में 45 देशो से 215 विदेशी खरीदारों और 140 खरीद प्रतिनिधियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। कालीन मेले में विजिट के दौरान अरुण कुमार सिंह सांसद एवं राज्यसभा सदस्य, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान एमएसएमई, खादी, ग्रामोद्योग, रेशम उत्पादन, कपड़ा मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार और माननीय मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय विभाग उ प्र अनिल राजभर से अध्यक्ष कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने मांग किया कि इंटरेस्ट इक्वालिजेशन स्कीम के लिए समय और बढ़ा दिया जाय तथा कम से कम पांच फीसदी का सब्सिडी दिया जाय।

अध्यक्ष ने कहा कि 43 बीएच के तहत एमएसएमई में पेमेंट भुगतान के समय को 45 दिन से बढ़ाकर 180 दिन कर दिया जाय,क्योंकि कालीन एक लघु कुटीर उद्योग है जो कालीन को तैयार करने में काफी समय लगता है। मंत्री जी ने आश्वाशन दिया की उपरोक्त विषय पर सरकार से बात करके पूरा सहयोग करने की कोशिश की जाएगी। अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल ने बताया कि भारत मंडपम, नई दिल्ली के हाल नंबर एक में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा आयोजित इंडिया कारपेट एक्सपो के 48वें संस्करण को एक्सपो के तीन दिनों में दुनिया भर से लगभग 215 विदेशी खरीदारों और 140 खरीद प्रतिनिधियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है।

उन्होंने मेले में भाग लिए सभी सभी निर्यातको को उनकी भागीदारी और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने अपने नवीनतम डिजाइन, रंग विरंगी उत्पाद प्रदर्शित किए जो विदेशी खरीदारों को आकर्षित किया। उन्होंने बताया की आज तीसरे दिन मेले में काफी अयाताको ने निर्यात आर्डर दिए, बीते तीन दिनों में अनेक आयातक और उनके प्रतिनिधि मेले में आये और निर्यात व्यापार किया। वहीं अध्यक्ष ने सभी मीडिया के लोगो से उनकी सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है।

इस अवसर पर सीईपीसी के प्रशासनिक समिति सदस्य अनिल कुमार सिंह, वासिफ अंसारी, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, रोहित गुप्ता, पियूष बरनवाल, हुसैन जफ़र हुसैनी, संजय गुप्ता, , महावीर प्रताप शर्मा, दीपक खन्ना, कैप्शन मुकेश कुमार गोबर, शौकत खान तथा डाक्टर स्मिता नागरकोटी अधिशासी निदेशक सचिव, सीईपीसी सहित सभी लोग इस एक्सपो से काफी प्रसन्न हैं।

यह भी पढ़ें:वज्रपात से मृत्यु दर:ओडिशा, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और कर्नाटक से काफी सुरक्षित है उत्तर प्रदेश

Related posts