सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में सरकार कर रही रोजगार का सृजन
प्रधानमंत्री ने 51 हजार से अधिक युवाओं को दिए नियुक्ति पत्र
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को 51,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद एक कार्यक्रम को डिजिटल रूप से संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार सृजन कर रही है। पिछले 11 वर्षों में देश ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। भारत अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
मोदी ने कहा, आज दुनिया मान रही है कि भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं। एक जनसांख्यिकी, दूसरा लोकतंत्र | यानी सबसे बड़ी युवा आबादी व सबसे बड़ा लोकतंत्र | मोदी ने पांच देशों के हालिया दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि अब पूरी दुनिया भारत की जनसांख्यिकी और लोकतंत्र की ताकत को पहचान रही है। भारत के युवाओं की ताकत इसकी सबसे बड़ी पूंजी और देश के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। उनके दौरे के दौरान जितने भी समझौते हुए हैं, उनसे देश और विदेश दोनों जगह भारत के नौजवानों को फायदा होना ही है।
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ये योजनाएं न केवल भारत की वैश्विक आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगी बल्कि विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों युवाओं के लिए सार्थक अवसर भी सृजित करेंगी। प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का जिक्र करते हुए कहा कि अगर रोजगार और आय के स्रोत नहीं होते तो ऐसा नहीं हो पाता। मोदी ने ‘इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन’ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि बीते दशक में भारत के 90 करोड़ से अधिक लोगों को वेलफेयर स्कीम्स के दायरे में लाया गया है। उन्होंने अपनी सरकार के जनहितैषी प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि गिनी सूचकांक के आधार पर भारत सर्वोच्च समानता वाले देशों में से एक है।
निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करने वाले को मिलेंगे 15 हजार
मोदी ने ‘एम्प्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम’ का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार रोजगार के नए अवसर सृजित करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी शुरू करने वाले लोगों को 15,000 रुपये दिए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि पहली नौकरी की पहली तनख्वाह में सरकार अपना योगदान देगी, जिसके लिए सरकार ने करीब एक लाख करोड़ रुपए का बजट बनाया है। मोदी ने कहा कि इस योजना से लगभग साढ़े तीन करोड़ नए रोजगार के सृजन में मदद मिलेगी।
सबसे ज्यादा लोकोमोटिव बनाने वाला देश
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत दुनिया में सबसे ज्यादा लोकोमोटिव बनाने वाला देश बन गया है। लोकोमोटिव हो, रेल कोच हो, मेट्रो कोच हो, आज भारत इनका बड़ी संख्या में दुनिया के कई देशों में निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा ऑटोमोबाइल क्षेत्र में केवल पांच वर्षों में 40 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है, जिसके परिणामस्वरूप नए कारखाने, नए रोजगार के अवसर और वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है।
अब तक 10 लाख को दिए गए नियुक्ति पत्र
एक बयान के मुताबिक, रोजगार मेला युवाओं के सशक्तीकरण और राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। रोजगार मेलों में अब तक 10 लाख से अधिक नियुक्ति पत्र जारी किए जा चुके हैं।
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