लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा प्रदेश की भाजपा सरकार अव न सिर्फ शिक्षक और कर्मचारी विरोधी, वल्कि लोकतंत्र विरोधी भी हो चुकी है। सत्ता के नशे में भाजपा, अव जनताकी आवाज और अधिकार दोनों को कुचलने में लगी है । अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर वर्ग को अपमानित करने की कसम खा रखी है।
उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि गोरखपुर में शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से जिस अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया, वह न केवल शर्मनाक है, वल्कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी कलंकित करता है। मुख्यमंत्री का व्यवहार वता रहा है कि अब इस सरकार में अधिकार कुचलने लोकतांत्रिक संवाद और गरिमा की कोई जगह नहीं बची है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में विभागों को निजी हाथों में सौपने का षड्यंत्र चल रहा है और अव सरकार भर्तियों का झांसा देकर युवाओं को ठग रही है। वेसिक शिक्षा में 1.93 लाख शिक्षकों की भर्ती की झूठी खबर फैलाकर भाजपा ने एक वार फिर युवाओं के साथ विश्वासघात किया है। यह धोखेवाज़ों की सरकार है, और भाजपा का असली चेहरा अव पूरा प्रदेश देख चुका है। उन्होंने दो टूक कहा कि यह सरकार न किसी की नौकरी की गारंटी दे सकती है, न ही किसी वर्ग की इज़्ज़त | जो नौकरी में है, उन्हें भी निकालने की धमकी दी जा रही है।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने भी इस अवसर पर कहा कि प्रदेश का हर वर्ग अव भाजपा सरकार की तानाशाही, झूठ और दोहरे रवैये से त्रस्त है। 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा के इस अहंकारी शासन का अंत करने को तैयार बैठी है। भाजपा सरकार के खिलाफ़ समाजवादी पार्टी का यह अव तक का सवसे तीखा हमला माना जा रहा है।
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