‘पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप
बेंगलुरू । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक में अपने दो विधायकों एस टी सोमशेखर और ए शिवराम हेव्वार को कथित ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए मंगलवार को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया । पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वी वाई विजयेंद्र ने यह जानकारी दी। विजयेंद्र ने यहां संवाददाताओं से कहा में शामिल होने का आरोप कि पार्टी आलाकमान ने लंवे विचार-विमर्श के वाद यह फैसला किया है। इस वीच, उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी. के. शिवकुमार ने इस कार्रवाई की आलोचना की ।
सोमशेखर और हेव्वार क्रमशः यशवंतपुर और येल्लापुर विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं और पूर्व में कांग्रेस में थे। वर्ष 2019 में, वे कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के उन 18 विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली राज्य की कांग्रेस- जदएस की तत्कालीन गठबंधन सरकार गिरा दी थी। और भाजपा को राज्य में चौथी वार सत्ता में आने और वी एस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री वनाने में मदद की थी। वाद में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था और वे भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने वताया कि दोनों ने भाजपा के टिकट पर 2023 का विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन जल्द ही कांग्रेस के साथ नजदीकी बनाने लगे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने वताया कि सोमशेखर और हेव्वार अक्सर पार्टी के निर्देशों की अनदेखी करते थे और उन्होंने पार्टी की वैठकों में भी शामिल होना बंद कर दिया था । उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक विधानसभा में भी वे सत्तारूढ़ कांग्रेस का समर्थन करते नजर आए, जिसके साथ वे 2019 से पहले से लंबे समय तक जुड़े रहे थे । विजयेंद्र ने कहा, उन्हें (दो विधायकों को) खुद को सुधारने के लिए काफी समय दिया गया, लेकिन उन्होंने सभी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया।
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