डेढ़ माह पहले अशोक साव ने रची थी गोपाल खेमका हत्या की साजिश, एडीजी ने सुनाई काल रिकार्डिंग
पटना । पटना के प्रसिद्ध उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के प्राथमिक कारण में जमीन और बांकीपुर क्लब के विवाद के साथ व्यावसायिक संबंधों में खटास की बातें सामने आई है। डीजीपी विनय कुमार का कहना है अभी जमीन विवाद हत्या का प्रमुख कारण लग रहा है। हत्या किस खास जमीन के कारण हुई है, इसका पता अभी नहीं लग सका है। इसके तार वर्ष 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हाजीपुर में हुई हत्या से भी जुड़ सकते हैं। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
बिहार पुलिस ने खेमका हत्याकांड में अब तक तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसमें हत्या की सुपारी देने वाले व्यवसायी अशोक साव और गोली मारने वाले शूटर उमेश यादव को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपित विकास उर्फ राजा पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। विकास हथियार आपूर्ति का काम करता था। पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को डीजीपी विनय कुमार, एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक कुंदन कृष्णन, पटना के आइजी जितेंद्र राणा और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने संयुक्त प्रेस वार्ता में पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
डीजीपी ने बताया कि हत्या की सुपारी देने वाले मास्टरमाइंड साव के उदयगिरी अपार्टमेंट की तलाशी में साढ़े छह लाख नकद, एक पिस्टल, १७ कारतूस, जमीन के ढेर सारे कागजात, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है। वहीं, शूटर उमेश के घर से सुपारी के करीब साढ़े तीन लाख रुपये, नाइन एमएम की पिस्टल, 7.62 एमएम के 56 राउंड कारतूस, दो मैगजीन और 14 गोली बरामद की गई है।
एडीजी कुंदन कृष्णन ने प्रेस वार्ता के दौरान अशोक साव के मोबाइल की काल रिकार्डिंग का एक अंश भी सुनाया। इसमें अशोक की जमीन की खरीद- बिक्री को लेकर ही किसी दूसरे व्यक्ति से गर्मा-गर्म बहस रही है। बातचीत में गोपाल का भी जिक्र आता है। एक ओर से डेढ़ करोड़ की मांग की जाती है। बीच- बीच में गालियां भी सुनाई देती है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई काल रिकार्डिंग मिली है, जिनकी जांच की जा रही है।
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