यूपी में बढ़ रहा निवेश, फल फूल रहे उद्योग: राजनाथ
बुनियादी ढांचे में बदलाव पेश कर रहा विकास की नयी तस्वीर
लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति की सराहना करते हुए कहा कि इसके कारण राज्य में निवेश बढ़ रहा है और उद्योग फल- फूल रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव हो रहे हैं। एक्सप्रेस-वे, हवाई अड्डा, मेट्रो, मेडिकल कॉलेज, ये सभी विकास की नई तस्वीर पेश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, कुछ दिन पहले ही मैंने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस की एकीकरण और परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया। यह सुविधा रक्षा क्षेत्र में हमारे देश की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगी। इससे रोजगार भी पैदा होगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की भी प्रशंसा की। गुप्त चार बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। सिंह ने कहा, चंद्रभानु गुप्त ने स्वतंत्रता आंदोलन में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की और अपने त्याग, प्रतिबद्धता और नेतृत्व से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई।
चंद्रभानु गुप्त का जीवन हमें बताता है कि सत्ता का मतलब केवल पद या अधिकार नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी, त्याग और जनता के हितों की रक्षा करना है। रक्षा मंत्री ने इस मौके पर लखनऊ के काकोरी रेल एक्शन को याद करते हुए कहा, हमारा प्रयास इस शहर के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी काकोरी कांड के शताब्दी वर्ष को भव्य तरीके से मनाने का होगा।
उन्होंने कहा, अगस्त 1925 में आजादी की लड़ाई लड़ रहे क्रांतिकारियों ने भारत की आजादी के लिए काकोरी रेलवे स्टेशन के पास ब्रिटिश खजाने को लूट लिया। इसमें राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान व सचिन नाथ बख्शी जैसे क्रांतिकारी शामिल थे। काकोरी कांड में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था और ब्रिटिश सरकार ने उन सभी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।
उन्होंने यह भी बताया कि उस समय मदन मोहन मालवीय, लाला लाजपत राय जैसे कई बड़े नेता इन क्रांतिकारियों के समर्थन में खड़े थे और जब काकोरी कांड की सुनवाई शुरू हुई तो चंद्रभानु गुप्त ने प्रख्यात अधिवक्ता गोविंद बल्लभ पंत के साथ क्रांतिकारियों की ओर से अदालत में खड़े होकर उनकी पैरवी की। सिंह ने कहा कि गुप्त ने अपनी कानून की पढ़ाई का सदुपयोग देश के क्रांतिकारियों के हित में करके यह साबित कर दिया कि वह एक सच्चे देशभक्त थे और यह संयोग ही है कि इस वर्ष काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ भी मनाई जा रही है।
राजनीति में मतभेद हों पर दुश्मनी नहीं होनी चाहिए
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चंद्रभानु गुप्त का जीवन हमें यह संदेश भी देता है कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन दुश्मनी नहीं होनी चाहिए। गुप्त एक नेता से ज्यादा जनसेवक थे। जब हम उत्तर प्रदेश के गौरवशाली अतीत की चर्चा करते हैं तो स्वाभाविक रूप से चंद्रभानु गुप्त का नाम सामने आता है। सिंह ने गुप्त के संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि देश के आजाद होने के बाद जब संविधान लागू हुआ और आधुनिक लोकतंत्र की नींव पड़ी, तब देश कई बड़ी-बड़ी समस्याओं से जूझ रहा था और उस समय शासन-प्रशासन की चुनौतियां और जिम्मेदारियां भी बहुत बड़ी थी। आज देश और प्रदेश में जो प्रशासनिक व्यवस्था काम कर रही है, उसकी नींव रखने में चंद्रभानु गुप्त जैसे लोगों का बहुत बड़ा योगदान है।
पूर्व सीएम चंद्रभानु गुप्त की प्रतिमा का किया अनावरण डाक टिकट भी जारी
राजनाथ सिंह ने नेशनल पीजी कॉलेज में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की प्रतिमा का अनावरण किया और एक डाक टिकट जारी किया। उन्होंने कहा, चंद्रभानु ज्यादा समय तक सत्ता में नहीं रहे। लेकिन जितने भी कम समय सत्ता में रहे, उन्होंने जनकल्याण के कामों को प्राथमिकता दी। वह हमेशा अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते थे।