प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी : फिर हमला हुआ तो घर में घुसकर मारेंगे और बचने का मौका भी नहीं देंगे,होगी तबाही

पंजाब के आदमपुर एयरबेस से पीएम मोदी ने पाक को फिर दी चेतावनी

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पंजाब के आदमपुर एयरबेस से पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उसकी लाख कोशिश के बावजूद भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर आंच तक नहीं आई और देश की ओर नजर उठाने का अंजाम तबाही होगा। आतंक के विरूद्ध भारत की लक्ष्मण रेखा स्पष्ट है । अब फिर कोई आतंकी हमला हुआ तो भारत जवाब देगा, पक्का जवाब देगा। मंगलवार की सुबह मोदी ने बिना किसी पूर्व सूचना के एयरबेस पहुंचे और वहां मौजूद जवानों का अभिवादन किया।

सैनिकों के साथ बातचीत के बाद मोदी ने एस-400 मिसाइल प्रणाली के निकट खड़े होकर वायुसेना कर्मियों को संबोधित किया। ऑपरेशन सिंदूर को भारत का न्यू नॉर्मल करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने जो किया वह अभूतपूर्व, अकल्पनीय और अद्भुत है। यह हर भारतीय को गौरवान्वित करती है। हमें दुश्मन को याद दिलाते रहना है कि यह नया भारत है। यह शांति चाहता है लेकिन अगर मानवता पर हमला होता है तो यह भारत युद्ध के मोर्चे पर दुश्मन को मिट्टी में मिलाना भी जानता है।

ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है, यह भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है। जब हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाया गया तो हमने आतंकियों के फन को उनके घर में घुसकर कुचल दिया । आतंक के आकाओं को अब समझ आ गया है, भारत की ओर नजर उठाने का एक ही अंजाम होगा, तबाही ! उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी फौज को बता दिया है कि पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है जहां बैठकर आतंकी चैन की सांस ले सके।

हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। उन्होंने कहा, जब हमारी फौजें ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ की धमकी की हवा निकाल देती हैं, तो आकाश से पाताल तक एक ही बात गूंजती है ‘भारत माता की जय’ । प्रधानमंत्री का यहां से संबोधन म रखता है क्योंकि पाकिस्तान ने एस- 400 मिसाइल लॉन्चर के साथ इस एयरबेस को भी तबाह करने का दावा किया था ।

प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों के शौर्य को सराहा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सशस्त्र बलों को पहली बार संबोधित करते हुए मोदी ने चार दिनों तक चले अभियान में पाकिस्तान को धूल चटा देने के लिए सेना की सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप नौ आतंकी ठिकाने नष्ट हुए, 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए तथा आठ (पाकिस्तानी) सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा। मोदी ने एयरबेस पर अपने संबोधन में कहा, मैं आज सुबह – सुबह आपके बीच आया हूं, आपके दर्शन करने के लिए।

कई दशक बाद भी जब भारत के इस पराक्रम की चर्चा होगी तो उसके सबसे प्रमुख अध्याय आप और आपके साथी होंगे। उन्होंने संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में नागरिक विमानों की आड़ लेने के लिए पड़ोसी देश की आलोचना की जबकि नागरिक विमानों को नुकसान पहुंचाए बिना दुश्मनों पर हमला करने के लिए भारतीय सेना की सराहना की।

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अपने तरीके, शर्तों और समय पर देंगे जवाब
मोदी ने कहा, भारत ने अब तीन सूत्र तय कर दिए हैं, पहला, देश पर आतंकी हमला हुआ तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर, अपने समय पर जवाब देंगे। दूसरा, कोई भी ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ भारत नहीं सहेगा। तीसरा, हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं मानेंगे। पाकिस्तान की गुहार के बाद भारत ने सिर्फ अपनी सैन्य कार्रवाई को स्थगित किया है अगर पाकिस्तान ने फिर से आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस दिखाया तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।

कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता नहीं: विदेश मंत्रालय
नयी दिल्ली। भारत ने मंगलवार को कहा कि उसका लंबे समय से रुख यह है कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से सुलझाया जाना चाहिए और इस रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश की पृष्ठभूमि में आया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमारा लंबे समय से रुख रहा है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। इस रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्रों को खाली करना है।

पाकिस्तान उच्चायोग का अधिकारी किया गया निष्कासित
भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को उसकी आधिकारिक स्थिति के अनुरूप काम नहीं करने की वजह से निष्कासित कर दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अधिकारी को भारत छोड़ने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है। यह कार्रवाई दोनों देशों के बीच चार दिन के सैन्य टकराव के बाद बढ़े तनाव के बीच की गई। भारत ने अधिकारी की गतिविधियों पर नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त को एक आपत्तिपत्र भी जारी किया।

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