आठ बुलडोजर लगाकर पांच घंटे में ढहाई गई छांगुर बाबा की 12 करोड़ की कोठी

बलरामपुर में सरकारी जमीन पर कब्जा कर सहयोगी नीतू के नाम कराया था निर्माण

रात में ही कोठी खाली कर भागे आरोपित के करीबी

बलरामपुर। आठ बुलडोजर, पांच थानों की पुलिस, एक प्लाटून पीएसी, पांच घंटे से अधिक समय तक आलीशान कोठी गिराने की चली कार्रवाई को देखते हजारों तमाशबीन । यह दृश्य हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर मतांतरण कराने वाले उतरौला के मधपुर गांव में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की कोठी का है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रशासन ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर वर्ष 2022 में बनाई गई इस कोठी के हिस्से पर बुलडोजर चला दिया। इससे पहले गैस कटर से मुख्य गेट का ताला काटकर परिसर में अधिकारियों ने प्रवेश किया।

जलालुद्दीन के साथ रहने वाली नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन के नाम पर दर्ज करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से तीन बीघे जमीन में बनी 40 कमरों वाली कोठी को गिराने के लिए पहले तीन बुलडोजर लगाए गए, लेकिन अधिक समय लगता देख पांच और मंगा लिए गए। यह पूरा परिसर करीब 11 बीघे जमीन में बना है, जिसमें डिग्री कालेज का भी निर्माण कराया जा रहा है। छांगुर बाबा के करीबी और परिवार के सदस्यों ने सोमवार रात में करीब 11.30 बजे ही कोठी खाली कर दी थी। इस कार्रवाई के दौरान में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कड़ा संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है।

मतांतरण कराने और विदेशी फंडिंग के मामले में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जलालुद्दीन, नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन और इसकी पत्नी नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन समेत अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनकी गिरफ्तारी के बाद जिला प्रशासन ने अतिक्रमण कर बनाई गई कोठी को गिराने की प्रक्रिया शुरू की। सोमवार देर शाम तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह मय फोर्स जाकर कोठी पर तीन नोटिस चस्पा की।

तीनों पर अलग-अलग तिथियां अंकित हैं। नीतू के नाम से जारी नोटिस में कहा गया है कि गाटा संख्या 337/370 के संपूर्ण रकबा 0.००६० हेक्टेयर से अतिक्रमण की गई जमीन सात दिन में स्वयं खाली कर लें। अन्यथा इस अतिक्रमण को नियमानुसार बलपूर्वक हटवा दिया जाएगा। यह आदेश न्यायालय तहसीलदार उतरौला न्यायिक ने 15 मई, 2025 को दिया था। इसी आदेश के अनुपालन में 17 व 26 मई और छह जून, 2025 की तिथि में जारी नोटिस को कोठी की दीवार पर एक ही दिन में चस्पा की गई।

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