सौर मंडल से करीब 6,500 प्रकाश वर्ष दूर स्थित, वैज्ञानिक हैरान
नई दिल्ली। हमारे वैज्ञानिक अंतरिक्ष से जुड़े रहस्यों को सुलझाने में लगे रहते हैं। यहां पर सितारों और ग्रहों के साथ किसी न किसी चीज की खोज होती है रहती है।
अगर हम आपको बताएंगे की हमारे अंतरिक्ष में शराब के बादल हैं तो शायद आप चौंक जाएंगे,हालांकि ये सच बात है। अंतरिक्ष में अल्कोहल का एक विशाल बादल पाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक हमारे अंतरिक्ष के बाहरी क्षेत्र में शराब का एक विशाल बादल है। यह बादल ‘डल्यू3 ओएच’ नाम के एक इलाके में स्थित है, जो हमारे सौर मंडल से तकरीबन 6,500 प्रकाश वर्ष दूर है। शराब के इस बादल में मिथाइल अल्कोहल पाया गया है, जिसे वुड अल्कोहल के तौर पर जाना जाता है,
हालांकि यह शराब लकड़ी से नहीं बनाई जाती है। इस बादल में थोड़ी मात्रा में इथाइल अल्कोहल भी पाई गई है, जो थोड़ी पीने योग्य है।
अल्कोहल मॉलीयूल्स
एस्ट्रोफिजिकल मेसर की घटना को समझने के लिए सबसे पहले अल्कोहल मॉलीयूल्स के उत्सर्जन की प्रक्रिया और उोजना और को समझना होगा। जब अल्कोहल मॉलूयूल्स उोजित होते हैं, तो यह प्रकाश का उत्सर्जन करता है। अगर इस उोजित मॉलीयूल्स फोटॉन से टकराता है, तो यह उत्सर्जन की प्रक्रिया को ट्रिगर कर सकता है। इस तरह से अल्कोहल बादल में एस्ट्रोफिजिकल मेसर की घटना होती है, जो बेहद चमकदार और एक ही वेव लेंथ पर रोशनी फैलाती है।
एस्ट्रोफिजिकल मेसर की घटना
भले ही अंतरिक्ष में शराब के बादल का अस्तित्व आपको सुनने में आपको बेहद आश्चर्यजनक लगता हो, लेकिन यह वास्तव में बेहद सामान्य है। अंतरिक्ष में कई जटिल मॉलीयूल्स का निर्माण होता है। इनमें अल्कोहल भी शामिल है। यह बेहद ह साधारण मॉलीयूल है, जो हाइड्रोजन,कार्बन और ऑसीजन जैसे तत्वों से बनता है।अल्कोहल बादल में एक बेहद दिलचस्प घटना होती है, जिसे एस्ट्रोफिजिकल मेसर नाम से जाना जाता है। यह घटना तब होती है, जब अल्कोहल मॉलीयूल्स को ऊर्जा
मिलती है और वे प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं। ये लाइट बेहद चमकदार और एक ही वेव लेंथ पर होती है।
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