छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश वघेल के आवास पर सीवीआई का छापा

महादेव ऐप घोटाला

रायपुर। सीवीआई ने कथित तौर पर 6,000 करोड़ रुपए के महादेव ऐप घोटाले के सिलसिले में वुधवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश वघेल के आवास पर छापेमारी की। सीवीआई छत्तीसगढ़ और ने दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल तथा पश्चिम वंगाल की राजधानी कोलकाता में 60 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे।
अधिकारियों ने वताया, सीवीआई की टीमों ने रायपुर और भिलाई में वघेल के आवास के साथ-साथ कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और पूर्व मुख्यमंत्री के एक करीवी सहयोगी के आवासीय परिसरों पर भी छापे मारे। वघेल के कार्यालय ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘अव सीवीआई आई है। आगामी आठ और नौ अप्रैल को अहमदावाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की वैठक के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।

6 हजार करोड़ के घोटाले में हुई देशभर में 60 ठिकानों पर छापेमारी

कांग्रेस ने कहा कि वघेल के आवासों पर सीवीआई की तलाशी राजनीति से प्रेरित है और वह इस तरह की कार्रवाई से डरने वाली नहीं है। दुर्ग जिले के भिलाई शहर में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के परिसरों और आईपीएस अधिकारियों आनंद छावड़ा, अभिषेक पल्लव और आरिफ शेख सहित अन्य के परिसरों पर भी तलाशी ली गई।

‘महादेव वुक ऑनलाइन सट्टेवाजी घोटाले की जांच में, केंद्रीय अन्वेषण व्यूरो (सीवीआई) आज छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर तलाशी ले रहा है, जिसमें राजनीतिक नेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव वुक के प्रमुख पदाधिकारियों और मामले में शामिल होने के संदिग्ध अन्य निजी व्यक्तियों से जुड़े परिसर शामिल है।’ यह मामला महादेव वुक के अवैध संचालन से संबंधित है, जो वर्तमान में दुवई में रह रहे रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा प्रवर्तित एक ऑनलाइन सट्टेवाजी मंच है।

वयान में कहा गया, जांच से पता चला है कि प्रवर्तकों ने अपने अवैध सट्टेवाजी नेटवर्क का सुचारू और निर्वाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए लोकसेवकों को ‘संरक्षण धन’ के रूप में कथित रूप से बड़ी रकम का भुगतान किया। इसमें कहा गया कि तलाशी अव भी जारी है और इस दौरान अभियोजन योग्य डिजिटल एवं दस्तावेजी साक्ष्य पाए गए जिन्हें जब्त कर लिया गया।

राज्य सरकार ने पिछले साल कथित महादेव घोटाले के संबंध में विभिन्न थानों में दर्ज 70 मामले और राज्य में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा में दर्ज एक मामला सीवीआई को सौप दिया था। ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मुख्यमंत्री वघेल के साथ महादेव ऐप के प्रवर्तक रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल तथा 14 अन्य को आरोपी बनाया गया था । ईडी ने पहले कहा था कि इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपए है।

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