नई दिल्ली। बीते हफ्ते नॉर्थ ग्रीनलैंड के समुद्री तट पर कुछ ऐसा हुआ जिसने वहां रहने वाले लोगों को डरा दिया। दरअसल, वहां बसे घरों के सामने रातों रात एक विशाल पहाड़ बहकर आ गया। पूरी दुनिया में तापमान में वृद्धि हो रही है। इसके कारण ग्रेलिशेयिर तेजी से पिघल रहे हैं। बढ़ता तापमान इंसानों को प्रभावित कर रहा है। गर्मी के कारण समुद्र का जलस्तर भी बढ़ रहा है। अब इस बीच ऐसी खबर सामने आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है।
बीते हफ्ते नॉर्थ ग्रीनलैंड के समुद्री तट पर कुछ ऐसा हुआ जिसने वहां रहने वाले लोगों को डरा दिया। दरअसल, वहां बसे घरों के सामने रातों रात एक विशाल पहाड़ बहकर आ गया। लोगों ने आशंका जताई है कि इस क्षेत्र में बर्फ का पहाड़ जमीन से टकराकर टूटता है तो इससे आस पास के घर वालों को काफी नुकसान होगा। इस पहाड़ की वजह से पूरे क्षेत्र में अलर्ट है। मछुआरों को मछली पकड़ने नहीं जाने दिया जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब लोगों को इस तरह के खतरे का सामना करना पड़ रहा है। साल 2018 में भी एक विशाल बर्फ का पहाड़ इसी पोर्ट पर बहकर आ गया था । उसका वजन करीब 11 टन था। उसका आकार इतना बड़ा था कि वह अंतरिक्ष से भी दिख रहा था। इस बार भी लोगों को उम्मीद है तेज हवाएं या समुद्री लहरों से बर्फ का पहाड़ दूसरी दिशा में चला जाएगा। साल 2020 में भी ग्रीनलैंड में स्थित बर्फ के पहाड़ का एक बड़ा भाग उत्तरी-पूर्वी आर्कटिक में टूट गया था । उस समय वैज्ञानिकों ने कहा था कि यह तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन का सबूत है। वैज्ञानिकों ने टूटते हिमनद को लेकर कहा है कि आर्कटिक के सबसे बड़े बर्फ के पहाड़ के इस तरह टूटने से सभी को चिंतित होना चाहिए।
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