वैज्ञानिकों को मिला 2400 को मिला 2400 साल पुराना शहर, हुए कई चौंकाने वाले

नई दिल्ली। दुनिया को इतिहास के बारे में अब इतना पता लग ही चुका है कि ऐसा लगता है। कि दुनिया में जगह-जगह पर पुरानी सभ्यताओं की खोज की जा चुकी है और अब कहीं बड़ा शहर मिलना मुश्किल ही है। पर क्या ऐसा हो सकता है कि किसी शहर के नीचे वैज्ञानिकों को एक शहर के अवशेष मिल जाएं? यह हैरान करने वाली घटना हुई। है। आधुनिक सैटेलाइट तकनीक के इस्तेमाल से शोधकर्ता मिस्र में इमेट नाम के एक प्राचीन शहर की खोज पाएं है। इमोट 2400 साल पुराना है। यह चौथी शताब्दी ईसा पूर्व का है। पुरातत्वविदों ने इसे टेल एल-फरैन में खोजा। यह मिस्र के नील डेल्टा में है।
मैनचेस्टर विश्वविद्यालय और काहिरा के सादात सिटी विश्वविद्यालय की टीम ने यह खोज की।

डॉ. निकी नील्सन ने इस अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने कई अनोखी चीजें पाईं। पता चला है कि इमेट में समृद्ध अर्थव्यवस्था थी। धार्मिक परंपराएं भी थीं। टीम ने कहा कि हम नील डेल्टा के इतिहास को फिर से जीवित कर रहे हैं। पुरातत्वविदों ने आधुनिक तकनीक का उपयोग किया। उन्होंने हाई रेजोल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल किया ।
इससे पुरानी मिट्टी की ईंटें मिलीं। इनसे इससे पुरानी मिट्टी की ईंटें मिलीं। इनसे बहुमंजिला इमारतों के अवशेष पाए गए। इन इमारतों की नींव बहुत मोटी थी । इन्हें टावर हाउस नाम दिया गया।

डॉ. नील्सन ने बताया कि टावर हाउस नील डेल्टा में मिलते हैं। ये देर अवधि से रोमन काल तक थे । इमेट में इनकी मौजूदगी दिखाती है कि यह एक व्यस्त शहर था। ये इमारतें बढ़ती आबादी के लिए बनाई गई थीं । इमेट एक आबादी के लिए बनाई गई थीं । इमेट एक शहरी केंद्र था । पुरातत्वविदों ने एक और शहरी केंद्र था। पुरातत्वविदों ने एक और आश्चर्यजनक खोज की। उन्हें एक बड़ा भवन मिला। यह मध्य प्टोलेमिक काल का है। यह शहर के बाकी हिस्सों से पुराना है। टीम को अनाज प्रसंस्करण क्षेत्र भी खुलासे मिला। पशुओं के बाड़े भी पाए गए। इससे पता चलता है कि इमेट की स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत थी ।

यह शहर मिस्र के अंतिम दिनों का हिस्सा था। इस समय मिस्र पर स्थानीय शासकों का राज था। बाद में सिकंदर ने इसे जीत लिया। इमेट की खोज से दैनिक जीवन का पता चलता है। इसकी शहरी योजना और आध्यात्मिकता भी समझ आती है। लेकिन यह साफ है कि शहर तब बदलाव से गुजर रहा था । यह शहर कभी बहुत व्यस्त था। लोग यहां रहते थे। वे व्यापार करते थे । वे वजेत की पूजा करते थे ।

पुरातत्वविदों का कहना है कि यह खोज महत्वपूर्ण है। इससे मिस्र के इतिहास का एक नया अध्याय खुला है । इमेट एक भूला हुआ शहर था। अब यह दुनिया के सामने है। इसकी कहानी प्राचीन मिस्र की संस्कृति को दर्शाती है। यह खोज नील डेल्टा के महत्व को भी दिखाती है और मिस्र के अंतिम दिनों को समझने में मदद करती है। टावर हाउस और मंदिर इसके शहरी ढांचे को दिखाते हैं। वजेत का मंदिर धार्मिक जीवन का प्रतीक है। अनाज और पशु क्षेत्र इसकी आर्थिक ताकत दिखाते हैं। यह शहर प्राचीन मिस्र का एक जीवंत हिस्सा था।

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